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Road Accident: बारां में एक साथ उठी दादी-पोती की अर्थी, हर आंख हुई नम, परिवार में मचा कोहराम

बारां के अटरू रोड पर मंडोला दाता साहब स्थल के पास कार और ट्रक की आमने-सामने की भिड़ंत में छबड़ा निवासी दादी-पोती की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में परिवार के तीन सदस्य गंभीर रूप से घायल हुए, जिन्हें कोटा रेफर किया गया है।

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truck-car collision in Baran

दादी मुन्नी बाई और पोती कामिनी। फाइल फोटो- पत्रिका

बारां। अटरू रोड पर मंडोला दाता साहब स्थल के समीप ट्रक की आमने-सामने की भिड़ंत में कार सवार छबड़ा निवासी दादी-पोती की मौके पर मृत्यु हो गई। वहीं तीन घायलों को रेफर करने के बाद कोटा तलवंडी स्थित एक निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया।

दोनों वाहन क्षतिग्रस्त

हादसे में दोनों वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कोतवाली पुलिस ने दोनों वाहनों को कब्जे में लेकर पुलिस लाइन में सुरक्षित खड़ा कराया है। ट्रक चालक घटना के बाद से फरार है। फिलहाल उसकी तलाश की जा रही है। वहीं, पुलिस ने जिला अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए तथा मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है।

सूचना पर कोतवाली से मौके पर पहुंचे हेड कांस्टेबल मौसमसिंह हाड़ा ने बताया कि छबड़ा कस्बे के नदी क्षेत्र निवासी सुरेश भारद्वाज उर्फ राजू की मां मुन्नी देवी शर्मा (80) पत्नी कैलाश नारायण, भाई सतीश भारद्वाज (55), भाभी उर्मिला (50) पत्नी सतीश, पुत्री कामिनी और छोटा भाई पवन (52) पुत्र कैलाश भारद्वाज कार से कोटा से बारां होते हुए छबड़ा लौट रहे थे।

तेज रफ्तार ट्रक से भिड़ंत

अटरू रोड स्टेट हाईवे पर मंडोला दाता साहब स्थल के समीप सामने से आ रहे तेज रफ्तार ट्रक से जोरदार भिड़ंत हो गई। इससे कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। दादी मुन्नी देवी (80) और उनकी पोती कामिनी (32) पुत्री राजू उर्फ सुरेश भारद्वाज की मौके पर मृत्यु हो गई। सतीश भारद्वाज, उनकी पत्नी उर्मिला और पवन घायल हो गए। घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाकर भर्ती कराया। गंभीर स्थिति होने पर प्राथमिक उपचार के बाद तीनों को रेफर कर दिया। उन्हें कोटा तलवंडी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।

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दादी की देखभाल को गई थी

परिजन संजय शर्मा ने बताया कि मृतका कामिनी का विवाह हो चुका है, लेकिन कुछ दिनों से पीहर में ही रह रही थी। बुजुर्ग दादी मुन्नी देवी की तबीयत खराब होने पर परिजन शुक्रवार सुबह ही रूटीन चेकअप कराने के लिए उन्हें कोटा लेकर गए थे। कामिनी भी देखभाल को साथ गई थी और उनके साथ ही लौट रही थी।

एक साथ उठी अर्थी

सड़क हादसे के बाद शनिवार को जब दादी मुन्नी बाई और पोती कामिनी की अर्थी एक साथ उठी तो कोई भी अपनी आंखों से आंसू नहीं रोक पाया। इस हृदयविदारक घटना से पूरा शहर गम में डूब गया। गमगीन माहौल में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। विश्वसनीय सूत्र बताते हैं कि दादी-पोती दोनों में आपसी विशेष स्नेह था और दोनों ने ही एक साथ दुनिया को अलविदा कह दिया। घटना की सूचना मिलते ही परिवारजनों में मातम पसर गया।