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प्रशासन ने नहीं निकलने दी कांवड़ यात्रा, नजरबंद भाजपा विधायक ने फेसबुक पर पोस्ट लिख निकाला गुस्सा

locationबरेलीPublished: Aug 20, 2018 07:10:44 pm

Submitted by:

suchita mishra

वही कांवड़ यात्रा न निकल पाने से नाराज भाजपा विधायक पप्पू भरतौल ने फेसबुक पर पोस्ट लिख कर बरेली के जिला प्रशासन पर भड़ास निकाली है।

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प्रशासन ने नहीं निकलने दी कांवड़ यात्रा, नजरबंद भाजपा विधायक ने फेसबुक पर पोस्ट लिख निकाला गुस्सा

बरेली। पुलिस प्रशासन की सख्ती के बाद बिथरी चैनपुर के खजुरिया गाँव के कांवड़िएं जल लेने नहीं जा सके। वे उमरिया होते हुए कांवड़ यात्रा निकालने की जिद पर थे। अफसर चाहते थे कि कांवड़िये बीसलपुर होते हुए जाएं। कांवड़िये जिद पर अड़े तो पुलिस-प्रशासन ने उनको सख्ती से रोक लिया। बिथरी चैनपुर से भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ़ पप्पू भरतौल को अफसरों ने रविवार की सुबह ही घेर लिया था। अफसर आज भी उनको घेरे रहे। नेतृत्व न मिलने की वजह से कांवड़िये विवादित मार्ग से कांवड़ यात्रा ले जाने की हिम्मत नहीं जुटा सके। उन्होंने कांवड़ यात्रा का कार्यक्रम ही स्थगित कर दिया। वही कांवड़ यात्रा न निकल पाने से नाराज पप्पू भरतौल ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर बरेली के जिला प्रशासन पर भड़ास निकाली है।
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क्या लिखा फेसबुक पोस्ट पर

कांवड़ यात्रा का समर्थन कर रहे बीजेपी विधायक पप्पू भरतौल ने फेसबुक पर पोस्ट की है उन्होंने लिखा है कि कितने पप्पू भरतौल को नजरबंद करोगे, हर हिन्दू भाई पप्पू भरतौल है, जय श्री राम। इसके साथ ही उन्होंने एक और पोस्ट की है जिसमे उन्होंने लिखा है कि
हाकिमों को याद रहे कि ये आजाद हिन्दुस्तान है।
वो दौर-ए-गुलामी था जब मन्दिर में घण्टे नहीं बजते थे। प्रभात-फेरी नहीं निकलती थी और खास वर्ग की अदब में झुकना और रुकना पड़ता था।

नजरबन्द करना, कांवडियों को अलग रास्तों से निकालने की कायर कवायद को शान्ति व्यवस्था की ‘कथित समझदारी’ भरी बात साबित करने की कोशिश करना, 1947 से पहले के गुलाम हिन्दोस्तान की याद दिलाता है।
हिन्दुस्तान का हिन्दू आज भी हाकिम की नजरेकरम पर ही जिन्दा है।

सरकार हो तो इकबाल भी होना चाहिए …..

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नहीं निकल पाई कांवड़


गौरतलब है कि रविवार सुबह दस बजे खजुरिया ब्रह्मनान गांव के लोगों ने कांवड़ियों के कछला घाट रवाना होने का समय निर्धारित किया था, तैयारियां कई दिनों से चल रही थीं। उमरिया के लोग विरोध कर रहे थे। भाजपा नेताओं के साथ बैठक करने के बाद गांव वाले कांवड़ यात्रा विवादित मार्ग से ले जाने की तैयारी में थे लेकिन पुलिस-प्रशासन का कहना था कि इस मार्ग से कभी भी कांवड़ यात्रा नहीं निकली है। अफसरों ने नई परंपरा डाले जाने का फीड बैक मुख्यमंत्री को भी दे दिया था। सीएम ने सांसद धर्मेंद्र कश्यप को फोन कर कोई भी नई परंपरा न डालने को कहा था। इसके बाद से ही भाजपा नेताओं के तेवर ढीले हो गए थे। विधायक पप्पू भरतौल को भी अफसरों ने कल सुबह ही उनके आफिस में ही बैठा लिया था। और आज भी पप्पू भरतौल पर पुलिस का पहरा बैठा रहा। विधायक ने पत्रिका को बताया कि आज भी प्रशासन ने उन पर पहरा बैठा रखा था और इलाके से कांवड़ नहीं निकल पाई।
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