
थार महोत्सव में मौजूद लोग (फोटो- पत्रिका)
बाड़मेर: थार महोत्सव के आयोजन में सभी जनप्रतिनिधियों की अनुपस्थिति ने कार्यक्रम पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। बाड़मेर, चौहटन और शिव विधायकों की अनुपस्थित रही। इसके अलावा गुड़ामालानी विधायक और सरकार में मंत्री केके विश्नेाई भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए।
इसके बाद बाड़मेर-जैसलमेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने भी कार्यक्रम से दूरी बनाई और जब सवाल किया तो उन्होंने कार्यक्रम पर सवाल खड़े कर दिए गए। जब जिला कलक्टर टीना डाबी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सभी जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था। आज भी उनसे संपर्क किया गया है। कल के कार्यक्रम में वे शामिल होंगे। अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि कार्यक्रम में उपस्थित हैं। जिलाध्यक्ष अनंतराम विश्रोई अभी कार्यक्रम में आ रहे हैं।
दरअसल, महोत्सव को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। हर साल फरवरी-मार्च में लोक संस्कृति, कला और परंपरा के उत्सव के रूप में आयोजित होने वाला यह महोत्सव इस बार प्रशासन ने समय से करीब चार महीने पहले ही आयोजित कर दिया। अचानक तिथि तय होने और प्रचार-प्रसार की कमी से भीड़ और जोश दोनों की कमी साफ नजर आई। ग्रामीण क्षेत्रों तक सूचना भी नहीं पहुंच पाई। इसी कारण आदर्श स्टेडियम में पहले जैसी भीड़ माहौल नहीं दिखा।
जानकारों का कहना है कि इस समय लोग त्योहार और शादी-ब्याह की तैयारी में व्यस्त हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में किसान अपनी फसलों को संभाल रहे हैं। मुख्य कार्यक्रम आदर्श स्टेडियम में हुआ, जहां जिला कलक्टर टीना डाबी ने एडीएम राजेन्द्र सिंह चांदावत के साथ हाइड्रोजन बैलून छोड़कर महोत्सव का शुभारंभ किया। लेकिन कुछ ही मिनट रुकने के बाद दोनों अधिकारी कार्यक्रम स्थल से लौट गए।
अपनी संस्कृति के लिए महोत्सव होना चाहिए, लेकिन जिस तरह से आयोजन होना था, वैसा नहीं हो रहा है। पुराने आयोजनों की तुलना में यह महोत्सव उसका केवल पांच प्रतिशत भी नहीं है। साथ ही जनहित के अन्य मुद्दों पर भी सुधार की जरूरत है। शहर की टूटी सड़कें और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं की सुनवाई की आवश्यकता है।
-रविन्द्र सिंह भाटी, विधायक शिव
राजस्व मंत्री हेमंत मीना के पिता के निधन पर शोक सभा में शामिल होने के लिए उदयपुर गया था। इसलिए मैं कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सका। मुझे बुलाया गया था, लेकिन निजी कारणों से बाहर जाना पड़ा।
-आदूराम मेघवाल, विधायक चौहटन
सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने कहा, यह महोत्सव पैसों की बर्बादी बनकर रह गया है। संस्कृति के लिए आयोजन होना चाहिए, लेकिन इस तरह खर्च करना उचित नहीं है। जनता अपनी समस्याओं से त्रस्त है और उनकी सुनवाई नहीं हो रही। शहर की हालत खराब है। सरकार योजनाओं का बखान करवा रही है, जबकि हकीकत कुछ और है। बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी भी समारोह में नहीं आईं। पूछने पर उनके स्टाॉफ ने बताया कि वे बीमार हैं।
लोक कला की स्वर लहरियां थार की आबोहवा में बुधवार की सुबह घुली हुई नजर आई। शहर के गांधी चौक में बैंड की धुन बजी तो मानो हर कोई झूमता दिखा। अवसर था बाड़मेर की संस्कृति, इतिहास और कला को संजोए रखने वाले थार महोत्सव के रंगारंग आगाज का। गांधी चौक से शोभायात्रा के साथ सजे-धजे हाथी, ऊंट और रंग-बिरंगी पोशाकों में कलाकार और आमजन रवाना होकर आदर्श स्टेडियम पहुंचे, जहां दिन भर प्रतियोगिताओं की धूम रही।
महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में सिर पर कलश लिए गांधी चौक से रवाना हुईं। शाही लवाजमे के साथ निकली शोभायात्रा में विभिन्न क्षेत्रों से आए दलों ने प्रस्तुतियां दी। ऊंट, घोड़े, ऊंट गाड़ी पर सवार लोक कलाकारों ने गीतों की प्रस्तुतियां दी। शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया। इस बार महोत्सव में कार्यक्रमों की थीम रंग रेगिस्तान पर रखी गई है। आदर्श स्टेडियम पहुंचने पर थार महोत्सव का रंगारंग कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। यहां गेर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई।
इस दौरान थारश्री एवं थार सुंदरी प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में प्रतिभागियों ने भाग लिया। निर्णायक मंडल ने बाड़मेर निवासी और मुंबई के सोफिया कॉलेज में पढ़ने वाली नक्षत्री को थार सुंदरी चुना। वहीं, बाड़मेर में मैकेनिक का काम करने वाले धमेंद्र डाबी ने परंपरागत पोषाक, आभूषण और व्यक्तित्व के आधार पर थार श्री का खिताब जीता।
घुड़सवारी प्रतियोगिता में बाड़मेर शहर निवासी रूप सिंह खारा अपने घोड़े श्याम को लेकर पहुंचे। अन्य प्रतिभागियों ने दौड़ में भाग नहीं लिया। इस दौरान दादा-पोता दौड़ में 67 साल के मूलाराम और 14 साल के पोते महिपाल ने रेस जीती। इसी तरह दंपती दौड़ में सरकारी अध्यापक सवाईराम पत्नी लता ने रेस जीती। वहीं, महिलाओं ने सिर पर मटका लेकर दौड़ लगाई।
थार महोत्सव के प्रथम दिन आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभागियों ने शानदार प्रदर्शन किया। ढोल वादन प्रतियोगिता में सैफ अली खान विजेता रहे। पनिहारी मटका दौड़ में रतनी, परमेश्वरी और सुशीला ने बाजी मारी। मेहंदी प्रतियोगिता में प्रियंका, लक्ष्मी और गंगा, रंगोली प्रतियोगिता में सुनील, मनु और संतोष विजेता रहे।
बास्केटबॉल प्रतियोगिता शहीद उगमसिंह क्लब और मल्लीनाथ क्लब के बीच हुई, जिसमें मल्लीनाथ क्लब ने 41-55 के अंतर से जीत दर्ज की। रस्साकस्सी (महिला वर्ग) में ग्रामीण महिला टीम विजेता रही। सुंदर मूंछ प्रतियोगिता में खेताराम, साफा बांधो प्रतियोगिता में दीप सिंह भाटी और सुंदर साफा प्रतियोगिता में अशोक शेरा विजयी रहे।
थार महोत्सव के दूसरे दिन, गुरुवार को पंच गौरव स्थल किराडू में सुबह 9 से 9:30 बजे तक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई। इसके उपरांत 9:30 बजे से दोपहर 1 बजे तक ग्रामीण कबड्डी, सतोलिया, दंपती दौड़, दादा-पोता दौड़, रुमाल झपट्टा, मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इसी दिन महाबार के धोरे पर रात 7 से 10 बजे तक लोक कलाकारों की ओर से सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी जाएंगी।
Published on:
09 Oct 2025 09:27 am
बड़ी खबरें
View Allबाड़मेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
