scriptतीसरी वेव से पहले प्रदेश के हर डॉक्टर और नर्स जानेंगे वेंटिलेटर का संचालन, मिलेगी ट्रेनिंग | covid third wave preparations | Patrika News

तीसरी वेव से पहले प्रदेश के हर डॉक्टर और नर्स जानेंगे वेंटिलेटर का संचालन, मिलेगी ट्रेनिंग

locationबाड़मेरPublished: Jul 06, 2021 09:23:42 pm

Submitted by:

Mahendra Trivedi

-प्रदेश के जिला और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों से पीएचसी तक के समस्त चिकित्सक और नर्सिंग कार्मिकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण-प्रत्येक बेच में शामिल होंगे 2-3 चिकित्सक और 12-15 नर्सिंग स्टाफ-आइसीयू एंड वेंटिलेटर मैनेजमेंट ऑफ कोविड-19 पैसेंट्स प्रोग्राम के तहत मिलेगी ट्रेनिंग-तीसरी वेव को लेकर की जा रही है तैयारियां

तीसरी वेव से पहले प्रदेश के हर डॉक्टर और नर्स जानेंगे वेंटिलेटर का संचालन, मिलेगी ट्रेनिंग

तीसरी वेव से पहले प्रदेश के हर डॉक्टर और नर्स जानेंगे वेंटिलेटर का संचालन, मिलेगी ट्रेनिंग

बाड़मेर. कोविड महामारी की तीसरी वेव को लेकर विभाग चिकित्सा संस्थानों पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के साथ संसाधन जुटा रहा है। साथ ही अब सभी चिकित्सकों को नर्सिंग स्टाफ को भी आइसीयू व वेंटिलेटर संचालन को लेकर प्रशिक्षण देगा। जिससे कोविड महामारी की संभावित तीसरी लहर में मरीजों का जीवन बचाया जा सके। यह प्रशिक्षण प्रत्येक जिले के सभी चिकित्सकों और नर्सिंग के लिए होगा। जिसमें पीएचसी से लेकर जिला अस्तपाल के चिकित्सक और स्टाफ शामिल किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि कोरोना की दूसरी वेव में वेंटिलेटर और आईसीयू संचालन को लेकर काफी दिक्कतें हुई थी। स्टाफ और चिकित्सक होते हुए भी वेंटिलेटर और आइसीयू का मैनेजमेंट नहीं कर पाने के कारण उपकरण होते हुए भी कई स्थानों पर यह काम नहीं आ सके। कुछ को छोड़कर अधिकांश कार्मिकों को आइसीयू और वेंटिलेटर संचालन के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की स्थिति सामने आई थी। जिसके चलते वेंटिलेटर उपलब्ध होते हुए भी कोविड मरीजों के कोई काम नहीं आए थे। ऐसे में तीसरी वेव में इस तरह की स्थिति नहीं आए, इसलिए पहले से ही सभी चिकित्सकों और नर्र्सिंग को ट्रेनिंग देकर तैयार किया जाएगा।
इनको मिलेगा प्रशिक्षण
जिला अस्पताल, उप जिला अस्पताल, सेटेलाइट, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के समस्त चिकित्सक व नर्सिंगकर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। दो दिन तक दी जाने वाली ट्रेनिंग में एक दिन प्रेक्टिकल और दूसरा दिन थ्योरीटिकल होगा। प्रशिक्षण जिला अस्पताल व मेडिकल कॉलेज स्तर के चिकित्सालय में दिया जाएगा।
कब से मिलेगा प्रशिक्षण
वर्तमान में राÓय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान की ओर से वीसी के माध्यम से प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसके बाद सभी प्रदेश के समस्त जिलों में 7 जुलाई से चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ को बेच बनाकर दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रत्येक बेच में 2-3 चिकित्सकों और 12-15 नर्सिंगकर्मी शामिल होंगे। साथ ही बेच बनाते समय यह ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं समस्त चिकित्सकों और नर्सिंग कर्मियों का कुल 25-30 दिनों में प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा हो जाए।
जारी किए है आदेश
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के शासन सचिव सिदार्थ महाजन ने आदेश जारी करते हुए सभी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य एवं नियंत्रक, अधीक्षक, सीएमएचओ व पीएमओ को निर्देशित किया है कि जिला स्तर पर प्रशिक्षण 7 जुलाई से शुरू होना है। साथ ही सभी का प्रशिक्षण 25-30 दिन में पूरा हो जाए।
प्रशिक्षण के लिए इस तरह रहेगी प्राथमिकता
-जिला अस्पताल व सेटेलाइट अस्पताल के कार्मिक
-उपजिला चिकित्सालय के कर्मचारी
-75 या अधिक बेड वाले सीएचसी के कार्मिक
-50 बेड वाले सीएचसी के कर्मचारी
-30 शैय्या के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्टाफ
-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो