
Barmer News: प्रदूषित जल समस्या विकट बन गई है। इससे मानव, पशु, पक्षियों का जीवन संकट में पड़ गया है। प्रशासन ने पन्द्रह वर्षों में सिर्फ आश्वासन दिया, किया कुछ भी नहीं। समस्या का समाधान नहीं करने तक सरकार, प्रशासन को मजबूर करें। बाड़मेर-जैसलमेर-बालोतरा सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल ने डोली टोल प्लाजा पर दूषित पानी से मुक्ति संग्राम को लेकर आयोजित महापड़ाव में मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए बात कही। इसमें क्षेत्र भर से बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।
सांसद उम्मेदाराम ने कहा कि प्रदूषित रासायनिक पानी से जल, जमीन खराब हो चुके हैं। लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। कारखाने चलें, हम इसके पक्ष में है, लेकिन किसानों के खेतों की जमीन, लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं हो। अवैध कारखाने चलाकर सीवरेज, नालों में प्रदूषित पानी छोड़ा जा रहा है। एनजीटी, न्यायालय, सरकार के आदेशों की पालना नहीं हो रही है। अधिकारियों पर अंकुश नहीं है। पाली, जोधपुर, बालोतरा में उपचारित पानी के प्लांट कागजों में संचालित हो रहे हैं। सरकार स्थाई समाधान के लिए उच्च क्षमता का प्लांट लगाएं, नाले से कच्छ की खाड़ी में प्रदूषित पानी छोड़े। ग्रामीणों, किसानों के इस हक की लड़ाई में पूरी तरह से साथ देंगे। एकजुट बने रहे। न्याय नहीं मिलने तक डटे रहें।
बायतु विधायक हरीश चौधरी ने कहा कि फैक्ट्रियों से आ रहे प्रदूषित पानी की समस्या को लेकर एक पूरी व्यवस्था आगे खड़ी है। जो हमारे साथ न्याय नहीं होने दे रही है। जहां से दूषित पानी आ रहा है, वो इस समस्या की मूल जड़ है। समस्या के स्थाई समाधान की दिशा में सरकार को हरसंभव प्रयास करें। यह मुद्दा थार की जनता का मुद्दा है। गंदे पानी को लेकर ईटीपी, सीईपीटी लगाने की बातें हो रही है, लेकिन उनके क्या हाल है। जहरीले पानी से हजारों परिवार, वनस्पति, तालाब व वन्य जीव प्रभावित है, जो खत्म हो रहे हैं। एनजीटी के फैसले की अनुपालना नहीं हो रही है। नियम कानूनों को तोड़े, नजर अंदाज किया जा रहे हैं।
जोजरी नदी में दूषित पानी के छोड़े जाने से यह स्थितियां पैदा हुई है। इसके स्थायी समाधान के लिए नियम, कानून बदलने होंगे। महापड़ाव संयोजक व आरएलपी नेता थानसिंह राजपुरोहित डोली ने कहा कि बरसों से हजारों लोग जल प्रदूषित की समस्या झेल रहे हैं। लेकिन सरकार, प्रशासन समाधान की बजाए झूठे आश्वासन देती है। इससे जल, जमीन, जीवन खतरे में पड़ गया है। इस समस्या से गांवों को आजाद करवाकर रहेंगे। चाहे इसके लिए कुछ भी करना पड़े। ठोस समाधान नहीं होने तक हटेंगे नहीं। बालोतरा कांग्रेस जिलाध्यक्ष गोपाराम मेघवाल, ताराराम मेहना, सहित जनप्रतिनिधियों ने संबोधित किया। इस अवसर पर सरपंच संघ पाटोदी अध्यक्ष अयुब खान, पूर्व प्रधान लक्ष्मण डेलू, सरवड़ी सरपंच सरलाकंवर, डोली राजगुरा सरपंच भीमाराम भील, नेवरी सरपंच पीराराम, ग्वालनाड़ा सरपंच राजेश, छात्र नेता गिरधारीराम चौधरी सहित प्रबुद्धजन मौजूद थे।
महापड़ाव पर रविवार शाम तहसीलदार ओम अमृत ने मौके पर पहुंच संयोजक थानसिंह राजपुरोहित डोली व ग्रामीणों से वार्ता की, लेकिन ग्रामीण स्थायी समाधान के ठोस आश्वासन की मांग पर अड़े रहे। देर शाम तक महापड़ाव पर जिला कलक्टर व अन्य अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर इन्होंने जोधपुर पहुंच संभागीय आयुक्त घर का घेराव करने का निर्णय लिया। इसकी जानकारी पर बालोतरा से अतिरिक्त जिला कलक्टर नेनूराम व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक धमेन्द्र यादव मौके पर पहुंचे। इनसे समझाइश की।
Published on:
02 Sept 2024 01:09 pm
बड़ी खबरें
View Allबाड़मेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
