हाई रिस्क क्षेत्र किए चिह्नित
आरसीएचओ डॉ बीएस गहलोत ने बताया कि विभाग की ओर से सभी गांव व ढाणियों सहित बाड़मेर के शहरी क्षेत्रों को माइक्रोप्लान में शामिल किया गया है। वहीं ईंट भट्टों और अन्य हाई रिस्क क्षेत्र भी चिन्हित किए गए हैं। जिससे कोई भी बच्चा पोलियो दवा से वंचित न रहे। इसके साथ ही बूथों का गठन, मोबाइल एवं ट्रांजिट टीमों का गठन किया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जिलास्तर पर सुपरवाइजर्स को प्रशिक्षित किया गया। वहीं आमजन में जागरूकता बढ़ाने के लिए शनिवार को सभी ब्लॉक व स्वास्थ्य केंद्रों पर रैली निकाली जाएंगी।अभियान की तैयारियां पूरी
बाड़मेर जिले में पोलियो दवा पिलाए जाने वाले पांच वर्ष तक के लक्षित बच्चों की संख्या करीब सवा दो लाख से अधिक है। अभियान को लेकर सभी तैयारियां कर ली गई है। प्रशिक्षण दिया जा चुका है और जागरूकता के लिए रैलियों का आयोजन किया है। अन्य विभागों का भी सहयोग लिया जा रहा है। शतप्रतिशत दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। आमजन भी इसमें सहयोग करें और दवा से एक भी बच्चा वंचित नहीं रहें।डॉ. संजीव मित्तल, सीएमएचओ बाड़मेर