
Rajasthan Education Department दिलीप दवे. बाड़मेर. प्रदेश में स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों पर राज्य सरकार की मेहरबानी नहीं होने से करोड़ों के भवन बेकार हो रहे हैं। यह िस्थति प्रदेश के 134 मॉडल स्कूल की है जहां एक-डेढ़ करोड़ में प्राइमरी भवन तैयार तो हो गए लेकिन राज्य सरकार ने इनमें प्राइमरी कक्षाएं शुरू करने के आदेश ही नहीं दिए जिस पर इन भवनों के ताले नहीं खुल रहे।
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प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम से सरकारी विद्यालयों में शिक्षण को लेकर 2014-15 में स्वामी विवेकानंद माॅडल स्कूल शुरू किए गए। इनमें छठीं से बारहवीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही है। प्रदेश में 134 मॉडल स्कूल हैं। इनमें राज्य सरकार ने पूर्व पाथमिक एवं प्राथमिक कक्षाएं शुरू करने के लिए प्री प्राइमरी भवन बनाए हैं। हर स्कूल में एक से डेढ़ करोड़ की लागत से भवन बना हुआ। यहां पूर्व प्राथमिक एवं प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षण को लेकर सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई। इसके बाद लगा कि सरकार जल्द ही आदेश जारी कर यहां शिक्षण कार्य शुरू करवाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पिछले दो-तीन सत्र से भवन पर ताले लटके हुए हैं और बच्चे पढ़ाई शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।
ब्लॉक मुख्यालय पर भवन, मिलेगी बेहतर सुविधाएं- प्रदेश में विवेकानंद मॉडल स्कूल ब्लॉक या जिला मुख्यालय पर बने हुए हैं। कुछ जगह ब्लॉक या जिला मुख्यालय से कुछ दूरी पर ही विद्यालय संचालित हो रहे हैं। यहां बच्चों के आने-जाने के लिए वाहन सुविधा तक उपलब्ध हो रही है। ऐसे में इन विद्यालयों में बेहतर सुविधा मिल सकती है।
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इस सत्र से मॉडल स्कूलों में भी शुरू हो प्राथमिक कक्षाएं
प्रदेश की 134 स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में कक्षा 6 से 12 तक ही पढ़ाई हो रही है। पूर्व प्राथमिक व प्राथमिक कक्षाओं के लिए अलग से भवन तैयार है। अतः इन कक्षाओं में प्रवेश प्रक्रिया की गाइडलाइन जारी की जाए तो छोटे बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का मौका मिलेगा। - बसंत कुमार जाणी, जिलाध्यक्ष, राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ, रेस्टा
Published on:
11 May 2023 12:15 am
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