
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी। फोटो पत्रिका
बाड़मेर। एक युवक प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए बलदेव नगर में किराए का कमरा लेकर रहता है। सरकारी नौकरी के लिए पढ़ाई करता है। इसी दौरान जल्द अमीर बनने के चक्कर में वह ऑनलाइन गेम ,शेयर मार्केट और सट्टे के चक्रव्यूह में फंस गया। जीतने के बजाय हारता चला गया। अपने परिवार की महिलाओं के गहने चुराकर लोन ले लिया। वह पैसा भी गंवा बैठा। जब लोन वालों ने पैसा मांगना शुरू किया तो लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने 5 दिसंबर को रीको थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े हुई लूट की घटना का महज 24 घंटे में पर्दाफाश कर आरोपी को बापर्दा गिरफ्तार कर लिया है।
एसपी नरेंद्रसिंह मीना के महिला रुखमा पत्नी प्रभुराम निवासी भाडखा की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर एएसपी नितेश आर्य, डीएसपी रमेश शर्मा के सुपरविजन में रीको थानाधिकारी भंवरसिंह के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई। तकनीकी जांच, सीसीटीवी फुटेज व गोपनीय पड़ताल के आधार पर आरोपी तक पहुंच कर उसे गिरफ्तार किया गया। हमले में ब्लेड लगने से महिला घायल हुई थी।
एएसपी नितेश आर्य ने बताया कि जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी बलदेव नगर में किराए पर कमरा लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। जल्दी धन कमाने के चक्कर में ऑनलाइन गेम्स, शेयर मार्केट और सट्टे का आदी बन गया। रकम जुटाने के लिए उसने पत्नी, बहन, भाभी सहित परिवार की महिलाओं के गहने चुराकर बैंक में गिरवी रख दिए। गोल्ड लोन से मिली रकम भी गेम और सट्टे में हारता गया। फाइनेंस कंपनियों की लगातार रिकवरी कॉल्स और ऋण चुकाने का दबाव बढ़ा, तो उसने बड़ी लूट करने का मन बनाया। नई बाइक खरीदी और शहर व गांवों में जाकर रैकी शुरू कर दी।
रीको थानाधिकारी भंवरसिंह ने बताया कि पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि इससे पहले वह धनाऊ, उड़ासर, गुड़ामालाणी और बायतु क्षेत्रों में राह चलती महिलाओं को निशाना बनाने का प्रयास कर चुका था, लेकिन लोगों की मौजूदगी के चलते वह हर बार विफल रहा। आखिरकार शिवकर रोड पर मौका पाकर उसने वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी ने बिना नंबर की बाइक से महिला का पीछा किया। जैसे ही बस स्टैंड पर उतरकर बुजुर्ग महिला अपने पीहर मगने की ढाणी की तरफ पैदल-पैदल सड़क पर जा रही थी। इसी दौरान आरोपी ने महिला पर ब्लेड से हमला किया। फिर उसके गले में पहनी ज्वेलरी तिमणिया, कंठी और हरडिया को छीनकर कर बाइक से भाग गया। कार्रवाई में एएसआई सांवळाराम, जयकिशन, कांस्टेबल निंबाराम, पीराराम, हरजीराम, रामसिंह तथा डीसीआरबी के भूपेंद्र सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
Updated on:
08 Dec 2025 05:45 pm
Published on:
08 Dec 2025 05:44 pm
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