नगर की प्रमुख समस्याओं में अतिक्रमण एक है। नगर के मुख्य मार्गों, स्थानों, बाजारों, फुटपाथों पर व्यापारियों के किए अतिक्रमण व हाथ ठेला, खोमचा चालकों के निर्धारित स्थान की बजाय मनमर्जीसे खड़े रहने पर आमजन व वाहन चालकों का मार्गों से गुजरना मुश्किल हो गया है। व्यापारियों के सामान सजावट के नाम पर दुकानों के आगे चार से सात फीट अतिक्रमण करने व हाथ ठेला, खोमचा चालकों के मनमर्जी अनुसार खड़े रहने पर मार्ग दिन ब दिन संकड़े हुए जा रहे हैं। इस पर शहर में हर दिन वाहनों की संख्या में होती बढ़ोतरी कोढ़ में खाज साबित हो रही है। हालत यह है कि शहर के मार्गों से सुरक्षित पैदल गुजरना मुश्किल हो गया है।
ढाक के तीन पात, आदेश हुए हवा- अतिक्रमण की समस्या के समाधान को लेकर नगर परिषद प्रशासन ने सप्ताह पूर्व इन्हें हटाने की बात कही थी। नगर परिषद की बैठक में सभापति ने सभी पार्षदों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में सहयोग करने की अपील की थी। इस पर परेशान आमजन ने राहत मिलने की उम्मीद संजोई थी। नगर परिषद प्रशासन ने फिर से हिम्मत जुटाते हुए एक दिन कुछ घंटों के लिए कार्रवाई की। उपखंड कार्यालय से आगे वाले मार्ग पर अस्थायी अतिक्रमण व फुटपाथ पर लगाए केबिन हटाए। कुछ जनों ने इसका विरोध भी किया। इसके बाद अधिकारी व कार्मिक हर बार की तरह फिर से हाथ पर हाथ धर कर बैठ गए।
अतिक्रमण हटाने के नाम पर फौरी कार्रवाई – नगर परिषद प्रशासन अतिक्रमण हटाने को लेकर हर बार बढ़चढ़ कर बातेें करता है, लेकिन करता कुछ नहीं है। कुछ कार्रवाई कर अधिकारी इस बार फिर कार्यालयों में कैद हो गए। इससे मार्गों से गुजरना मुश्किल हो गया है। परिषद कार्रवाई करे। – हुलास बाफना
अतिक्रमण की भरमार, गुजरना मुश्किल- नगर के मुख्य मार्गों, स्थानों, बाजारों, फुटपाथ पर व्यापारियों, हाथ ठेला, खोमचा चालकों ने बढ़चढ़ कर अतिक्रमण कर रखा है। इस पर आम दिनों में गुजरना मुश्किल हो गया है। उपखंड, नगर परिषद प्रशासन ठोस कार्रवाई कर अतिक्रमण हटाए। – पृथ्वीराज खारवाल