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अब बस्ती जिले का नाम बदलेगा, डीएम ने 12वीं बार भेजा प्रस्ताव

Basti district Name change उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, फैजाबाद के बाद अब बस्ती का नाम बदल जाएगा। डीएम सौम्या अग्रवाल ने 12वीं बार राजस्व परिषद को प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव में बस्ती का नाम बदल कर वशिष्ठ नगर किया जा सकता है।

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अब बस्ती जिले का नाम बदलेगा, डीएम ने 12वीं बार भेजा प्रस्ताव

अब बस्ती जिले का नाम बदलेगा, डीएम ने 12वीं बार भेजा प्रस्ताव

उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद, फैजाबाद के बाद अब बस्ती का नाम बदल जाएगा। डीएम सौम्या अग्रवाल ने 12वीं बार राजस्व परिषद को प्रस्ताव भेजा है। प्रस्ताव में बस्ती का नाम बदल कर वशिष्ठ नगर किया जा सकता है। बस्ती की डीएम सौम्या अग्रवाल ने बस्ती जिले का नाम बदलकर वशिष्ठ नगर करने का प्रस्ताव सचिव राजस्व परिषद को 12वीं बार भेजा है। इस प्रस्ताव में डीएम सौम्या अग्रवाल ने बताया है कि, जिले का नाम बदलने पर कोई अतिरिक्त शासकीय व्यय नहीं होगा। इस आशय की रिपोर्ट लोक निर्माण विभाग ने भी दी है।

नाम बदलने का कई बार हुआ प्रस्ताव

तीन वर्ष पूर्व क्षेत्रीय नागरिकों और विभिन्न संस्थाओं ने जिले का नाम बदलकर वशिष्ठ नगर करने के लिए ज्ञापन शासन को भेजा था। जनप्रतिनिधियों ने भी इस बाबत कई बार पत्र, मुख्यमंत्री समेत राज्यपाल व अन्य उच्चाधिकारियों को भेजा था। जिसके क्रम में राजस्व परिषद ने बस्ती के जिलाधिकारी से नाम बदलने का प्रस्ताव मांगते हुए यह पूछा था कि, नाम बदलने के लिए कितना खर्च आएगा।

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एक करोड़ रुपए का खर्च बताया

पूर्व में जिलाधिकारी के भेजे गए प्रस्ताव में यह बताया गया था कि, बस्ती का नाम वशिष्ठ नगर करने के लिए एक करोड़ रुपए का खर्च आएगा। इस पर राजस्व परिषद ने संपूर्ण आख्या मांगी थी कि किन मदों में रुपए खर्च किए जाएंगे। कई बार भेजे गए प्रस्ताव में बार-बार दोहराव हो रहा था। एक बार फिर से राजस्व परिषद ने फरवरी में नाम बदलने के प्रस्ताव के बारे में जिलाधिकारी से आख्या मांगी तो डीएम ने पीडब्ल्यूडी से इस बाबत आख्या मांगी कि नाम बदलने के कार्य में कितना खर्च आएगा।

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नाम बदलने पर कोई खर्च नहीं

फरवरी 2022 में लोनिवि अधिशासी अभियंता ने बताया कि, बस्ती जिले का नाम बदलने पर कोई भी शासकीय खर्च नहीं होगा बशर्ते सभी राजकीय विभाग अपने कार्यालय मद से जिले के नाम बदलने से संबंधित आने वाले खर्च को करें। इस आख्या को शासन में भेजा गया था।

डीएम ने उत्तर दिया

25 मई को राजस्व परिषद ने एक बार फिर पत्र भेजा और पूछा कि, विभागों से कितना होगा। डीएम सौम्या अग्रवाल ने सचिव को जिले के नाम बदलने का प्रस्ताव भेजते हुए यह बताया है कि नाम बदलने के कार्य पर कोई अतिरिक्त शासकीय व्यय नहीं होगा। राजस्व परिषद डीएम के प्रस्ताव पर सहमति देता है तो जिले का नाम वशिष्ठ नगर करने के लिए शासन को प्रस्ताव चला जाएगा।