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CG Scam: सेना में नौकरी लगाने के नाम पर 14.64 लाख की ठगी, सब इंस्पेक्टर बनाने का दिया था झांसा

CG Scam: नौकरी लगने का फर्जी प्रमाणपत्र भी दिया था। इसके बाद भी रकम मांगने पर प्रार्थी ने अपने साथ ठगी होने का आभास होते ही थाना पहुंचकर प्रकरण दर्ज कराया है।

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CG Scam: सेना में नौकरी लगाने के नाम पर 14.64 लाख की ठगी, सब इंस्पेक्टर बनाने का दिया था झांसा

सेना में नौकरी लगाने के नाम पर 14.64 लाख की ठगी (Photo Patrika)

CG Scam: परपोड़ी थाना क्षेत्र का युवक सेना में नौकरी लगाने के नाम पर 14 लाख से अधिक रकम गंवा बैठा। युवक से आरोपी ने पहले ट्रेडमेन, फिर सब इंस्पेक्टर बनाने के लिए रूपए ऐंठ लिए। तीन माह के दौरान आरोपी ने पीड़ित को दोबारा फर्जी प्रमाण पत्र भी जारी किया। फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।

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जिला का एक बेरोजगार युवक नौकरी पाने की लालसा में ठग के चंगुल में आकर लाखों रूपया गंवा बैठा । पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार परपोड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम जानो निवासी युवक कान्हा पटेल ने परपोड़ी थाना पहुंचकर प्रकरण दर्ज कराया कि बीते मार्च माह में सेना में लैब टेंक्निशियन के पद पर जारी भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए भोपाल गया था।

भोपाल स्टेशन में पहुंचने के बाद सेना की तरह हुलिया व ड्रेस पहने व्यक्ति राहुल जाधव से उसका परिचय हुआ था। प्रार्थी ने स्वयं को सेना में भर्ती के लिए जाने की जानकारी दी थी। परिचय होने के बाद दोनों एक-दूसरे से मोबाईल पर जुड़े रहे। इस बीच आरोपी ने युवक को सेना में नौकरी लगाने का भरोसा दिया और पेशगी की राशि के तौर पर करीब 15 हजार नकद लिया।

तीन माह के दौरान कई बार मांगी रकम

एक नौकरी मिलने के बाद एक और बड़ी नौकरी मिलने की उम्मीद दिखाई देते ही दोनों के बीच सब इंस्पेक्टर के लिए 8 लाख में सौदा तय हुआ था। इस बीच आरोपी ने अलग-अलग अवधि में बैक खाता के माध्यम से 14 लाख 64 हजार से अधिक का रकम वसुल चुका था। तीन माह के दौरान आरोपी ने कई बार रकम ऐंठा। रकम लेने के बाद दो बार नौकरी लगने का फर्जी प्रमाणपत्र भी दिया था। इसके बाद भी रकम मांगने पर प्रार्थी ने अपने साथ ठगी होने का आभास होते ही थाना पहुंचकर प्रकरण दर्ज कराया है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 318 एक के तहत अपराध दर्ज किया है।

जागरूकता अभियान के बाद भी ठगे जा रहे लोग, लालच से भी नहीं उबर पा रहे

जिले में पुलिस टीम द्वारा गांव-गांव घुमकर चौक-चौराहों में शिविर लगाकर साइबर ठगी, नौकरी व लॉटरी के नाम पर ठगी करने वालों से बचने लोगो को बार-बार समझाईश दह जा रही है। ठगी से बचने के लिए उपाय बताने के बाद भी लोग शिकार बन रहे हैं। जिला में धोखाधडी के प्रकरण के दर्ज मामलों के जांच के लिए अवधि तय की गई है। लोगों को साइबर ठगी से बचने, वित्तीय धोखाधड़ी से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं। इसके बाद भी लोग ठगों के चंगुल में फंस रहे हैं।

ठग गिरोह लोगों को तरह-तरह के हथंकडे अपना कर ठगी का शिकार बनाते हैं। बेरला में प्रार्थी का वाटसअप हैक कर 1 लाख 43 हजार की ठगी की गई थी । जिसपर आरोपी को पुलिस ने झारखंड से गिरफ्तार किया था। ठगी के एक प्रकरण में महिला प्रार्थी से बिहार के दो आरोपी द्वारा एटीएम से पैसा नहीं निकलने की बात कहते हुए 46 हजार की ठगी की गई थी। मामले में दो आरोपी बिहार से पकडे गए थे। पकडे गए दो आरोपियों ने एक अन्य प्रार्थी से ऑनलाइन ट्रांजेक्षन करने के नाम पर जिला मुख्यालय के एक दुकानदार से 23 हजार की ठगी की थी। परपोड़ी थाना क्षेत्र के निवासी युवक को स्टॉक मार्केट में निवेश करने के नाम पर प्रार्थी युवक के यूपी के आरोपी द्वारा 3 लाख 30 हजार की ठगी की गई थी। दीगर प्रदेश के गिरोह ने तरह-तरह के हथंकडे अपना जिलेवासियों को शिकार बनाया गया है।

मामले में जांच शुरू

आरोपी से प्रार्थी का एक बार मुलाकात हुआ था, जिसके बाद दोनों के बीच फोन पर बातचीत होने लगी और ऑनलाइन लेनदेन हुआ था। मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी गई है।

डीएल सोना, प्रभारी परपोड़ी थाना

आरोपी को ट्रेडमैन के तौर पर नौकरी दिलाने के लिए करीब 4 लाख लगने की बात कही। इसके बाद फोन पर हुए बातचीत के दौरान पीड़ित ने भरोसा करते हुए आरोपी के खाते में 4 लाख रूपए ट्रांसफर कर दिए । रकम मिलने के बाद आरोपी युवक राहूल जाधव ने प्रार्थी कान्हा को नौकरी लगने का फर्जी प्रमाणपत्र आनलाईन से भेजा था। नौकरी मिलने की खुशी में युवक अपने साथ हुए गड़बड़झाला का पतासाजी नहीं कर पाया था। आरोपी युवक ने एक बार फिर प्रार्थी को सब इंस्पेक्टर पद पर भर्ती कराने के लिए फोन किया था।