
सीकरी. विद्युत निगम की गाड़ी जिसके ग्रामीणों ने शीशे तोड़े। फोटो पत्रिका
Rajasthan : भरतपुर के सीकरी में ग्रामीण क्षेत्रों में खुलेआम विद्युत चोरी कर रहे लोगों पर विद्युत निगम की ओर से की गई कार्रवाई कर्मचारियों पर भारी पड़ गई। क्षेत्र के गांव कोलरी में विद्युत चोरों के खिलाफ कार्रवाई करने गई टीम को पहले ग्रामीणों ने बंधक बनाया और फिर मारपीट की। विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों के मोबाइल छीन लिए। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने कर्मचारियों को मुक्त कराया। विद्युत निगम की ओर से मामले में ग्रामीणों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
विद्युत निगम के सहायक अभियंता लोकेश सैनी ने बताया कि मंगलवार को विद्युत चोरी पर क्षेत्र के गांव कोलरी में कार्रवाई की जा रही थी। टीम ने ग्रामीणों की ओर से बिजली के लिए बनाए गए अवैध डिमाओं पर कार्रवाई की। जिसमें दो अवैध डिमों को हटा दिया गया था तथा तीसरे को हटाया जा रहा था। तभी कुछ लोग एकराय मशविरा कर आये और आते ही कर्मचारियों और अधिकारियों से मारपीट शुरू कर दी और सभी को एक जगह बिठा लिया।
विद्युत चोरी पर कार्रवाई कर रही टीम को ग्रामीणों ने करीब 20 मिनट तक बंधक बना कर रखा और मारपीट की। उसके बाद ग्रामीणों ने कर्मचारियों और अधिकारियों के मोबाइल छीन लिए तथा कर्मचारियों की ओर से बनाई गई वीडियो और फोटोज को डिलीट कर दिया गया। उसके बाद ग्रामीणों ने एक मोबाइल से कर्मचारियों का एक वीडियो बनावाया। जिसमें कर्मचारी व अधिकारियों से ज़बरदस्ती कहलवाया गया कि … विद्युत निगम की गाड़ियों के शीशे कर्मचारियों की ओर से ही तोड़े गए हैं। उनके साथ किसी तरह की कोई मारपीट नहीं की गई है।
अक्सर लोग सोचते है की ये डिम्मा क्या है? आपको बता दें कि मेवात क्षेत्र में लोगों ने बिजली बनाने के लिए एक प्रयोग किया है। ग्रामीण क्षेत्र में लोगों ने एक ट्रांसफार्मर जैसा ही उपकरण बनाया है। जिससे खेतों से जा रही 11 केवी विद्युत लाइन में से एक लाइन डिम्मा में लगाई जाती है। इस डिम्मा से लोग बिजली उपयोग कर सकते हैं। जिसका कोई बिल भी नहीं आता। ग्रामीण क्षेत्रों में इन डिम्मों पर विद्युत निगम की ओर से कार्रवाई भी की जाती है। लेकिन ठोस कार्रवाई न होने के कारण ग्रामीण इनका उपयोग करते हैं।
Published on:
10 Sept 2025 01:05 pm
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