
भरतपुर.
शहर में अब आवारा गौवंश से ही नहीं बल्कि श्वानों से भी बड़ा खतरा है। मथुरा गेट के पीछे हरिजन बस्ती में पांच वर्षीय मासूम बालक पर श्वानों ने उस समय हमला कर दिया जब वह किसी काम से बाजार जा रहा था। मासूम चींखता रहा पर करीब छह श्वान उसके शरीर पर काटते रहे। बच्चे की चीखने की आवाज सुनकर लोगों ने श्वानों को भगाया।
बाजर से लौट रहा था
आरबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां रैबीज के इंजेक्शन को लेकर मासूम को इन्तजार करना पड़ा। जानकारी के अनुसार थाना मथुरा गेट इलाके के हरिजन बस्ती में रहने वाले विवेक पुत्र अजय हरिजन बाजर से लौट रहा था कि तभी हरिजन बस्ती में ही आवारा श्वानों ने उसे घेर लिया और काटने लगे।
जगह-जगह से नोच ड़ाला
बच्चे की चीखने की आवाज सुनकर आसपास लेने वाले हरिजन बस्ती के लोग दौड़े। लेकिन तब तक श्वानों ने उसे लहुलुहान कर दिया। श्वानों को भगाने के बाद बच्चे को आरबीएम में भर्ती कराया गया। बच्चे के गर्दन, कान, पैर, हाथ व सिर आदि जगह काटा है। घायल के पिता अजय ने बताया कि वह नगर निगम में अस्थायी सफाई कर्मचारी है। वह पत्नी के साथ काम से गया हुआ था। पीछे से इतनी बड़ी घटना हो गई। फिलहाल बच्चे की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
बड़ा सवाल: आखिर कब जागेगी शहरी सरकारबड़ा सवाल: आखिर कब जागेगी शहरी सरकार
आवारा गौवंश के हमले में पिछले चार महीने के दौरान ही चार की मौत हो चुकी है। जबकि दर्जनों लोग डॉग बाइट का शिकार हो चुके हैं। लेकिन अब बड़ा सवाल यह है कि शहरी सरकार कब जागेगी। सभी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। आवारा गौवंश को लेकर निगम प्रशासन गौशाला प्रबंधकों की स्वीकृति का इन्तजार कर रहा है। श्वानों को लेकर आज तक कोई योजना ही नहीं बनाई जा सकी है। जबकि अब सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर शहर में आदमखोर कौन बन चुका है। सिस्टम चलाने वाले ही खुद की जिम्मेदारी से भाग रहे हैं और शहर की जनता इन दो समस्याओं से जूझ रही है।
Published on:
06 Aug 2018 06:16 am
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