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CG Education: सरकारी कॉलेजों में सैंकड़ा तक भी नहीं पहुंचा एडमिशन का ग्राफ, दूसरे चरण के लिए पोर्टल फिर शुरू

CG Education: कॉलेजों में विद्यार्थी एडमिशन के लिए पहुंच ही नहीं रहे। गर्ल्स कॉलेज में बीकॉम की करीब 400 सीटें है, जिनमें से पहले राउंड में अभी तक सिर्फ44 प्रवेश ही हुए।

भिलाई

Love Sonkar

Jun 24, 2025

CG Education: सरकारी कॉलेजों में सैंकड़ा तक भी नहीं पहुंचा एडमिशन का ग्राफ, दूसरे चरण के लिए पोर्टल फिर शुरू
सरकारी कॉलेजों में सैंकड़ा तक भी नहीं पहुंचा एडमिशन का ग्राफ (Photo PAtrika)

CG Education: हेमचंद यादव विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी और शासकीय कॉलेजों में प्रवेश के लिए इस साल एडमिशन की रतार बेहद सुस्त है। एडमिशन का एक चरण गुजर चुका है, लेकिन कॉलेजों में विद्यार्थी एडमिशन के लिए पहुंच ही नहीं रहे। गर्ल्स कॉलेज में बीकॉम की करीब 400 सीटें है, जिनमें से पहले राउंड में अभी तक सिर्फ44 प्रवेश ही हुए। जबकि बीए में महज 29 विद्यार्थियाें ने एडमिशन लिया। सबसे बड़ा आश्चर्य तो यह है कि, बीएससी कंप्यूटर साइंस की40 सीटों में सिर्फ एक एडमिशन हुआ। बीबीए में 8 एडमिशन ही हुए।

यह भी पढ़ें: CG Admission News: मार्कशीट मिली ना ही TC, कॉलेजों में एडमिशन लेना मुश्किल, छात्र परेशान…

बीएससी बायोलॉजी जैसे विषय में भी एडमिशन के लिए छात्राओं ने तत्परता नहीं दिखाई क्योंकि 8 छात्राएं ही प्रवेश लेने पहुंची। माइक्रो बायोलॉजी का तो हाल और बेहाल है। इसमें सिर्फ तीन एडमिशन हुए हैं। हालांकि बीएससी गणित में 12 दाखिले हो गए। उधर, शासकीय उतई महाविद्यालय का हाल भी कुछ ऐसा ही बना हुआ है। यहां बीए की 250 सीटों की तुलना में 75 एडमिशन हुए। हालांकि यहां छात्रों ने बीएससी की 130 सीटों के विपरित 50 एडमिशन ले लिया है। बीकॉम में भी करीब 70 सीटों पर प्रवेश पक्के हो गए हैं।

इस साल दुर्ग जिले के ग्रामीण कॉलेजों में अभी तक प्रथम चरण के एडमिशन में विषयवार प्रवेश ग्राफ दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया है। कॉलेजों ने पहली सूची के बाद अब एक-दो दिनों में वेटिंग लिस्ट जारी करने तैयारी की है, ताकि एडमिशन ग्राफ को बढ़ाया जा सके।

अब दूसरे व तीसरे चरण से उमीद

अधिकतर शासकीय कॉलेजों का कहना है कि, दूसरे और तीसरे चरण के एडमिशन में सर्वाधिक प्रवेश होंगे। एक छात्र को पांच कॉलेज चुनने का विकल्प ऑनलाइन मिला था, जिसे उन्होंने अपनी प्राथमिकता के क्रम में रखा। इसकी वजह से भी एक छात्र का नाम कई कॉलेजाें में आ गया। जिले के सरकारी कॉलेजों में देर से ही सही, लेकिन अधिकतर सीटों पर एडमिशन हो जाते हैं।

इस साल पहले चरण में एडमिशन की सुस्ती है, दूसरे चरण के आवेदनों का ग्राफ भी कमजोर है, लेकिन बावजूद इसके उमीद लगाई जा रही है कि कोर विषयों की सीटों में 75 फीसदी तक एडमिशन जरूर होंगे।

साइंस कॉलेज में सर्वाधिक प्रवेश

जिले के सरकारी कॉलेजों के बीच दुर्ग का साइंस कॉलेज ऑटोनोमस संस्थान अपना रुतबा बनाए रखने में कामयाब हुआ है। यहां पहले चरण के प्रवेश में बीए को छोड़ शेष विषयों में ठीकठाक स्थिति है। साइंस कॉलेज में बीए की 500 सीटें है, जिसमें से 182 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। बीकॉम की 520 सीटों में से 246 दाखिले हो चुके हैं। बीसीए की 60 सीटों में से 22 में एडमिशन दिया जा चुका है। साइंस कॉलेज में एडमिशन के लिए कॉलेज की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करने होंगे। पर और ऑफलाइन कॉलेज के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर रहा है।

किसमें कितनी सीट

बीए - 17125

बीएससी - 18880

बीबीए - 1280

बीसीए - 1695

बीकॉम - 13379

डीसीए - 1575

बीएससी होम साइंस - 270

एक जुलाई से कॉलेजों की कक्षाएं भी शुरू हो जाएंगी। कॉलेजों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई हो रही है, जिसके तहत कोर्स कंटेंट को चार भागों में बांटा गया है। नए विद्यार्थियों को इसके बारे में जानकारी होना जरूरी है।