
आईआईटी अपने कैंपस की तरह भिलाई शहर को करेगा विकसित
भिलाई। Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के शहरों और गांवों में पेयजल आपूर्ति, ड्रेनेज और वेस्टेज मैनेजमेंट में अब आईआईटी भिलाई भी साथ होगा। इसके लिए आईआईटी भिलाई एक मेगा प्रोजेक्ट तैयार करेगा, जिसमें नगर निगमों को जोड़ा जाएगा। इसकी शुरुआत नगर निगम भिलाई से होगी।
आईआईटी सबसे पहले शहर में पेयजल भेजने के दौरान होने वाली पानी की बर्बादी को रोकने वॉटर लॉस प्रीवेंशन सिस्टम तैयार करेगा। इसके लिए तकनीक के सहारे ऐसे उपाए खोज जाएंगे, जिससे पानी की बर्बादी को रोका जा सके। इसके अलावा यूज्ड वॉटर को ट्रीट करने के लिए अब मुख्य वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट की जगह आईआईटी की मदद से छोटे एसटीपी लगाए जाएंगे। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि वेस्ट पानी को नालियों में बहा देने के बजाए इसका उपयोग किया जा सकेगा।
वेस्ट मैनेजमेंट का प्लांट
शहर को गीला और सूखा कचरा अलग-अलग डालने कई जतन किए गए, लेकिन जनता अब भी इससे बेखबर बनी हुई है। आईआईटी इस परेशानी का भी हल खोजेगा। अपने कैंपस में एक छोटा वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट शुरुआत कर इसे परखेगा। आईआईटी से निकलने वाले मेस और अन्य सभी कचरे का प्रबंधन करने के लिए विशेष तैयारी शुरू हो गई है। इसमें सफलता मिलने के बाद इसे शहरों पर लागू करने की दिशा में प्रोजेक्ट तैयार होंगे।
जरूरत के हिसाब से सेटअप
आईआईटी भिलाई एक छोटे शहर की तरह डेवलप किया गया है, जिसमें वॉटर मैनेजमेंट से लेकर सीवर ट्रीटमेंट तक सबकुछ योजनाबद्ध तरीके से बनाया गया है। आईआईटी, भिलाई को भी संस्थान की तर्ज पर तैयार करेगा। इसके लिए हर कॉलोनी और सेक्टर में स्मॉल स्केल वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की योजना है, जिससे कॉलोनी से निकलने वाले पानी को वहीं गार्डनिंग में इस्तेमाल किया जा सकेगा।
रोबोटिक्स से ड्रेनेज चोक रुकेगा
आईआईटी अर्बन डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत ड्रेनेज चोक और वेस्ट डीकंपोज सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए रोबोट टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करेगा। ड्रेनेज और वेस्ट ट्रीटमेंट के ऐसे प्लांट में रोबोट सफाई करेंगे। चोकिंग पता लगाने से लेकर रोबोट उसको ठीक भी करके दिखाएंगे।
निकायों से होगा एमओयू
आईआईटी प्रशासन ने बताया कि जल्द ही नगर निगमों के साथ एमओयू किया जाएगा। आईआईटी के एक्सपर्ट शहर की जरूरत के हिसाब से रोडमैप तैयार करेंगे। इनोवेटिव आइडिया के जरिए ऐसे उपकरणों का इजाद होगा, जो सफाई व्यवस्था को आसान बना देगा। हर शहरी तक साफ पानी पहुंचाना भी आईआईटी के प्रोजेक्ट में शामिल होगा। इसके लिए जल्द ही पीएचई के साथ प्रोजेक्ट साझा होंगे।
आईआईटी अपने स्मार्ट कैंपस की तर्ज पर भिलाई को भी डेवलप करेगा। पेयजल आपूर्ति से लेकर ड्रेनेज तक सभी कुछ एडवांस टूल के जरिए सुधारे जाएंगे। निगम से इसके संबंध में एमओयू किया जाना है। - प्रो. राजीव प्रकाश डायरेक्टरआईआईटी भिलाई
Published on:
29 Nov 2023 04:09 pm
बड़ी खबरें
View Allभिलाई
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
