
दुर्ग में बन रहा आधुनिक थाना (Photo Patrika)
CG News: दुर्ग पुलिस मुख्यालय के मुताबिक नए भवनों का डिजाइन इस तरह तैयार किया गया है, जिसमें आधुनिक जरूरतों का विशेष ध्यान रखा गया है। थानों में अलग-अलग कक्ष बनाए जा रहे हैं। इससे पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को कामकाज करने में सुविधा होगी। फरियाद लेकर आने वालों के लिए विशेष रूप से बैठने और शौचालय की व्यवस्था की जा रही है, ताकि उन्हें असुविधा का सामना न करना पड़े।
इसके अलावा महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए हर भवन में महिला डेस्क के लिए अलग से कक्ष बनाया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में लगातार कदम उठा रही है। दुर्ग जिले में हो रहा यह निर्माण कार्य भी इसी कड़ी का हिस्सा है। दिसंबर तक दो भवनों के हैंडओवर होने के बाद नए साल से जनता को इन अत्याधुनिक थानों और चौकियों का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा।
थाना/चौकी लागत स्थिति
पुलगांव 66.52 लाख नवंबर में हैंडओवर
पदमनाभपुर 66.52 लाख अक्टूबर में हैंडओवर
सुपेला 66.52 लाख टेंडर प्रक्रिया में
नेवई 66.52 लाख टेंडर प्रक्रिया में
जामगांव (आर) 60.95 लाख दिसम्बर में हैंडओवर
जेवरा सिरसा 44.83 लाख टेंडर प्रक्रिया में
लिटिया सेमरिया 44.83 भू-आवंटन प्रक्रिया में
नगपुरा 44.83 लाख टेंडर प्रक्रिया में
इन थानों की स्थिति जर्जर
जिले के कई थाना भवन बहुत पुराने हो गए हैं। उनकी बिल्डिंग काफी जर्जर हो गई है। दीवारें दरक गई हैं। बारिश में थानेदार छत पर तिरपाल लगाकर काम करते हैं। इसमें मोहन नगर थाना, जामुल, छावनी थाना भवन बहुत खराब हालत में है। भिलाई नगर और भिलाई भट्ठी थाना में बारिश के समय घुटने तक पानी भर जाता है। खुर्सीपार थाना टंकी के नीचे संचालित है, जहां खतरों की आशंका बनी रहती है।
इन नए भवनों के तैयार होने से पुलिस व्यवस्था और अधिक सुदृढ़ होगी। साथ ही फरियादियों और पुलिसकर्मियों दोनों के लिए बेहतर कार्य वातावरण उपलब्ध होगा, जिससे अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण सहयोग मिलेगा।
विजय अग्रवालएसएसपी दुर्ग
इन थानों को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जाएगा। इसके लिए पर्याप्त कमरें होगे। आईटी सुविधाएं, रिकॉर्ड प्रबंधन के लिए डिजिटल सिस्टम और अन्य सहूलियतें उपलब्ध कराई जाएंगी। विशेष बात यह है कि महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय का निर्माण किया जा रहा है। नए थानों में फरियाद लेकर आने वालों को कॉर्पोरेट ऑफिस जैसा महसूस होगा।
पुलिस विभाग का कहना है कि नए भवनों के तैयार हो जाने से बारिश में परेशानी नहीं होगी। थानों की स्थिति यह थी कि थानेदार को रोजनामचा और फाइलों को बारिश में बचाना मुश्किल होता था। पुलिस अधिकारियों को इधर से उधर करना पड़ता था। अब न केवल कामकाज की पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी, बल्कि नागरिकों का पुलिस पर विश्वास भी मजबूत होगा।
दुर्ग जिले में पुलिसिंग को और सशक्त व व्यवस्थित बनाने के लिए पांच थाना और तीन चौकियों के लिए नए भवनों का निर्माण किया जा रहा है। इनमें से दो भवनों का निर्माण अंतिम चरण में है। विभाग को दिसंबर तक सौंपे जाने की संभावना है। इन थाना भवनों के निर्माण में करीब चार करोड़ 61 लाख 52 हजार रुपए खर्च किए जा रहे हैं।
Updated on:
27 Sept 2025 01:49 pm
Published on:
27 Sept 2025 01:47 pm
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