READ: पैंथर ने केमरिया गांव में किया बकरियों का शिकार ग्रामीणों ने बताया कि गुढा निवासी बद्री मीणा अपनी भेड़ों को चारे पानी की जुगत के लिए गांव काला तालाब (जहाजपुर) चारागाह के समीप छोड़ रखी थी, यहां चारा समाप्त होने से पुन: चारे की तलाश में काला तालाब से गांगीथला गांव ले जा रहा था। इस दौरान जहाजपुर पहुंचते- पहुंचते रात अधिक होने से भेड़ों को एक परिचित के बाड़े में बंद कर पास ही अपने किसी जानकार के यहां सौ गया। सुबह उठकर देखा तो 48 भेड़े मृत पाई गई। जिससे किसान पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
READ: डस्ट जमी चने के पौधे लेकर पहुंचे किसानों का उप तहसील कार्यालय पर हंगामा मृत भेड़ों का पोस्टमार्टम चिकित्सक शैतान सिंह मीणा, राकेश मीणा, उमेश मीणा व विनोद मीणा सहित चार चिकित्सकों के गठित बोर्ड द्वारा भेड़ों का पोस्टमार्टम किया गया। चिकित्सकों के अनुसार प्रथम दृष्टया बाड़े में किसी खूंखार जानवर देख लिया होगा जिससे भेड़ों में खौफ व्याप्त हो गया। जिससे उनकी मृत्यु होना बताया गया।
READ: काबरा गांव के जंगलों में भीषण आग, खेतों तक पहुंची आग वाहन की टक्कर से गोवंश नदी में गिरी जहाजपुर नागदी पुलिया टांक होंडा एजेंसी के समीप अज्ञात वाहन की टक्कर से गाय नागदी में गिर गई। श्रीराम सेना के विनय पंचोली की सूचना पर कार्यकताओं गोवंश को नदी से बाहर निकाला व उपचार के लिए राजकीय पशु चिकित्सालय ले जाया गया। श्रीराम सेना द्वारा गाय के स्वामी को ढूंढकर गाय स्वामी को सौंपी गई। इस मौके पर उपाध्यक्ष राजकुमार खटीक, केशव पत्रिया, दिलखुश रेगर, अक्षत, श्रवण केवट आदि मौजूद थे।