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बैंक नहीं ले रहे दस रुपए के सिक्के, एटीएम में भी नकदी की कमी, बैंकिंग लोकपाल की सुनवाई में लोगों ने बयां की पीड़ा

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भले ही कितने ही नियम बना रखे हो लेकिन यहां के बैंक मानने से इनकार करते हैं

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Banking Ombudsman's hearing in bhilwara

Banking Ombudsman's hearing in bhilwara

भीलवाड़ा।

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भले ही कितने ही नियम बना रखे हो लेकिन यहां के बैंक मानने से इनकार करते हैं। यहां बैंकों में जाते हैं तो दस का सिक्का भी लेने से इनकार कर दिया जाता है। जब बैंक की नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं तो आम जनता में क्या संदेश जाएगा।

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इसी तरह एटीएम जगह-जगह खोल दिए हैं लेकिन उनमें नकदी नहीं है। यदि एेसा है तो इतनी भीड़ करने से क्या फायदा। कुछ इसी तरह की समस्याएं लोगों ने सोमवार को हुई जनसुनवाई में बैंकिंग लोकपाल मुख्य प्रबंधक सीडी श्रीनिवासन को बताई। उन्होंने बताया कि हमारे खाते खुले हुए हैं।

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उनसे कब पैसा कट जाए, यह कोई तय नहीं है। मनमर्जी से चार्ज वसूल लिए जाते हैं उस पर निगरानी होनी चाहिए। उपभोक्ताओं ने बताया कि एटीएम से निकदी निकालने के दौरान राशि कट जाती है, लेकिन नकदी नहीं मिलती है। इस बारे में बैंकों में पूछने पर संतोषजनक जवाब नहीं मिलता है।

इस पर लोकपाल ने बताया कि इस संबंध में बैंकों को निर्देश जारी कर रखे हैं। फिर भी इस संबंध में नोटिस जारी किए जाएंगे। इस मौके पर सहायक महाप्रबंधक एमएल बलाई,उपमहाप्रबंधक आरबीआई जेआर सांख्यान, एमएस महनोत, एम एम अन्सारी निर्मल कुमार यादव, दीपक सराना, पायल शर्मा, दिनेश अरोड़ा, राजेंद्र प्रसाद लड्ढा मंच पर उपस्थित थे। लोगों की ओर से कुल 21 मामले आए थे, जिसमें 3 मामले कॉपरेटिव सेक्टर के बैंक के थे।

शिकायतकर्ता सीताराम सोनी नये खुल्ले पैसों की की समस्याओं को लोकपाल के सामने के सामने आए। श्रीनिवासन ने कहा कि लोगों द्वारा इक_े करके सिक्के बैंक में जमा कराओ बैंक मना नहीं करेगा। सुनवाई में जिले भर के 43 बैंकों ने भाग लिया था। एसके बिरानी ने मंच संचालन किया। प्रारंभ में बैंकर्स क्लब अध्यक्ष एलएल गांधी ने उनका स्वागत किया।

लोन देने में खूब करते हैं आनाकानी

जनसुनवाई में आए लोगों ने बताया कि सरकार की इतनी योजनाएं है लेकिन बैंक लोन देने से बचते हैं। खासकर से एजुकेशन लोन व युवाओं को व्यवसाय देने के लिए वे रुचि नहीं लेते हैं। जबकि जिला उद्योग केंद्र की ओर से उनके ऋण प्रस्ताव भी बनाकर भेजे जाते हैं। इसके बावजूद उनकी सुनवाई नहीं होती है। इस पर लोकपाल ने कहा कि कोई व्यक्तिश: केस हो तो बताइए।


सेवाओं के साथ बढ़ी है समस्या

बैकिंग लोकपाल ने कहा जिस तरह से सेवाएं बढ़ी है उसके साथ ही समस्याएं भी बढ़ी है। हमारे पास समस्या आने पर उसका समाधान करने की कोशिश करते हैं। वे जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। बैंकों में भ्रष्टाचार के संबंध में उन्होंने कहा, हमारे पास जो भी शिकायतें आती है उनमें कठोर कार्रवाई की जाती है। उन्होंने कहा अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान में बैंकों की स्थिति अच्छी है।

महिला बैंक के उपभोक्ताओं ने जताया रोष

भीलवाड़ा महिला अरबन को-ऑपरेटिव बैंक में जिन ग्राहकों की राशि जमा है वे भी जनसुनवाई में पहुंचे। पहले लोकपाल ने इनकी समस्या सुनने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सहकारी बैंक है और उनके कार्यक्षेत्र में नहीं आता है। इस पर कुछ उपभोक्ताओं ने नाराजगी जताई तो उन्होंने समस्याएं सुनी। उपभोक्ताओं ने बताया कि हमने तो बैंक समझकर जीवनभर की पूंजी लगा दी, लेकिन अब पैसा नहीं मिल रहा है। इस पर लोकपाल ने बताया कि इस संबंध में आरबीआई को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की जाएगी।