
जहाजपुर (भीलवाड़ा)। क्षेत्र के धौड़ गांव के पास रविवार रात को डंपर की चपेट में आने से कार सवार तीन युवकों की मौत के बाद शुरू हुआ हंगामा सोमवार दोपहर तक चला। मुआवजे समेत चार मांगों को लेकर विधायक गोपीचंद मीणा उपखंड कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे रहे और शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।
करीब 18 घंटे की समझाइश के बाद शवों का पोस्टमार्टम हुआ। इसके बाद अंतिम संस्कार कर दिया गया। इधर, तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए जहाजपुर कस्बा छावनी बना रहा। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी दिनभर समझाइश में लगे रहे। इस हादसे में घायल दो जनों की हालत अभी गंभीर बनी हुई है।
यह भी पढ़ें : राजस्थान में डम्पर ने कुचली तीन जिन्दगियां
जानकारी के अनुसार धौड़ के निकट रविवार रात डम्पर की टक्कर से कार सवार तीन जनों की मौत हो गई थी जबकि दो जने घायल हो गए। दुर्घटना के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने चार वाहनों में आग लगा दी। दो वाहनों में तोड़फोड़ कर पुलिस पर पथराव किया। देर रात तीनों शवों को जहाजपुर मोर्चरी में रखवाया। इस बीच सोमवार सुबह विधायक के साथ बड़ी संख्या में लोग अस्पताल में जमा हो गए।
नारेबाजी करते एसडीएम कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। मृतक परिजनों को मुआवजा, जहाजपुर-शक्करगढ़ थानाप्रभारी के निलंबन समेत चार मांगें रखी। माहौल को देखते दस थानों की पुलिस के साथ अधिकारी वहां डटे रहे। करीब 18 घंटे बाद सहमति बनी और सोमवार दोपहर बाद नाथून के लेखराज मीणा व सम्मेल का भाटा (सरसिया) के धीरज सुवालका व रमेश मीणा का पोस्टमार्टम हुआ। इनमें दो का सरसिया व एक का नाथूना में अंतिम संस्कर हुआ।
Published on:
06 Feb 2023 06:40 pm
बड़ी खबरें
View Allभीलवाड़ा
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
