
जिला प्रशासन के तत्वावधान में जिंदल शॉ लिमिटेड की ओर से प्रायोजित एवं प्राणीशास्त्र विभाग एमएलवी कॉलेज व जलधारा विकास संस्थान की आेर से आयोजित दो दिवसीय पक्षी महोत्सव का आगाज हुआ।

जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल ने भी अवलोकन किया। इसके अलावा कई स्कूलों के स्टूडेंट्स भी पक्षी देखने पहुंचे। चावण्डिया तालाब इन दिनों प्रवासी पक्षियों का आरामगाह बना हुआ है।

अपनी गुलाबी चोंच और खूबसूरत रंग के लिये पहचाने जाने वाला पेन्टेड स्टार्क लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहा। इस नस्ल के पक्षी के कई परिवार अपना प्रजननकाल यहां गुजारते हैं और जब उनके बच्चे उडऩे में निपुण हो जाते हैं तो वे अपने मूल स्थान पर लौट जाते हैं।

इसी प्रकार अपनी तेज गति से पानी से मछली पकडकर उड़ जाने के लिए प्रसिद्ध रिवर टर्न सहित सेन्ट पाइप, स्टील्ड का दीदार भी पक्षी प्रेमियों ने किया। एक पेड पर दो स्पोटेड ओवल भी देखे गए।

चावंडिया में आए विदेशी पक्षियों की जिला कलक्टर मुक्तानंद अग्रवाल व उपखंड अधिकारी चिन्मयीगोपाल ने भी फोटोग्राफी की। उन्होंने पक्षी विशेषज्ञों से इसकी जानकारी भी ली।

संस्था सचिव बालकृष्ण शर्मा ने बताया कि इसके पश्चात चावण्डिया विद्यालय में पक्षियों के संरक्षण सम्वर्धन की वार्ता एवं अपील ग्रामजनों से की गई।

कार्यक्रम में प्रदेश के प्रसिद्ध पक्षी विशेषज्ञ एवं वाइल्ड लाइफ फोटोग्राऊपर अनिल रोजर्स, रवीन्द्र सिंह तोमर, खुशवंतसिंह सरडालिया, डॉ सतीश शर्मा, डॉ विनय दवे, पृथ्वीसिंह राजावत, डॉ विजय कोली, विजेंद्र परमार, चमन सिंह, बनवारी यदुवंशी, उर्वशी शर्मा, आकाश कुमार, उम्मेद सिंह, राजेंद्र पारीक, किशन मीणा, हिम्मतसिंह व उज्जवल दाधीच ने भाग लिया।