
mother's day in bhilwara
भीलवाड़ा।
मां की ममता क्या होती है? यह एक महिला से ज्यादा और कोई नहीं समझ सकता है। वे अपने ही नहीं किसी दूसरे के बेटे को भी भूखा नहीं देख सकती। ममता के इसी भाव से प्रेरित होकर भीलवाड़ा की कुछ एेसी माएं भी है, जिन्होंने एमजी अस्पताल में चल रहे आंचल मदर्स मिल्क बैंक में अपना दूध दान कर अनूठा रिकार्ड कायम किया। मदर्स मिल्क बैंक में 2103 माताओं ने गत चौदह माह में 33.75 लाख मिलीलीटर दूध दान किया है।
दुग्धदान में विजयसिंह पथिकनगर निवासी अंकेश सिंह की पत्नी जिया सिंह प्रथम, बबराणा निवासी भूपेन्द्र सिंह की पत्नी सोनू राजपूत द्वितीय व आमां निवासी भूपेन्द्र पाण्डिया की पत्नी ज्योति शर्मा तृतीय रही। मदर मिल्क बैंक ने भीलवाड़ा की महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भागीदारी निभाई। बैंक दुग्ध संकलन में अग्रणी रहा। स्थानीय नवजातों को तो मां का दूध समुचित मात्रा में उपलब्ध कराया ही, 1600 यूनिट दूध अजमेर भी भेजा। अब तक तीन बार दूध अजमेर भेजा जा चुका है। बैंक फरवरी 2017 से 826 नवजातों को दुध मुहैया करा चुका है। अब तक 2103 माताओं ने 3 लाख 75 हजार 370 मिलीलीटर दूध दान किया।
संकट में नवजातों को मिला मां का आंचल
सितंबर में सर्वाधिक
माह दुग्धदान करने वाली महिलाएं
फरवरी 2017 38
मार्च 2017 140
अप्रेल 2017 146
मई 2017 91
जून 2017 81
जुलाई 2017 166
अगस्त 2017 169
सितम्ब र 2017 188
अक्टूबर 2017 163
नवम्बर 2017 24
दिसम्बर 2017 155
जनवरी 2018 103
फरवरी 2018 71
मार्च 2018 173
अप्रेल 2018 172
कुल 2103
आशा सहयोगिन की बैठक संपन्न
भीलवाड़ा. आशा सहयोगिन कर्मचारी संघ की कार्य समिति की बैठक शनिवार को भारतीय मजदूर संघ कार्यालय में संपन्न हुई। ब्लॉक स्तर की आशा सहयोगिन प्रतिनिधियों ने भाग लेकर अपने-अपने क्षेत्र में आ रही समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की।
Published on:
13 May 2018 02:12 pm
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