
Patient getting upset mg hospital in bhilwara
भीलवाड़ा।
शहर का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस चल रहा है। लू के थपेड़ों से आमजन का जीना बेहाल है। अधिकांश लोग गर्मीजनित बीमारियों की चपेट में आकर अस्पताल पहुंच रहे हैं। मरीजों की संख्या दोगुनी होने के बावजूद प्रशासन ने उन्हें बेहतर इलाज दिलाने के कोई इंतजाम नहीं किए। आउटडोर में रोगी चाहे 400 आए या 500 व्यवस्था में कोई परिवर्तन नहीं होता है।
मेडिकल व सर्जिकल आउटडोर दोनों में ही इक्के-दुक्के चिकित्सक नजर आते हैं। सोमवार को भी एेसा ही नजारा देखने को मिला। आउटडोर के बाहर मरीजों की लम्बी कतार थी। सुबह 8 बजे से लाइन में लगे मरीजों का काफी इंतजार के बाद भी नम्बर नहीं आया तो आधे मरीज थककर फर्श पर बैठ गए। इनमें कई रोजेदार भी शामिल थे।
चर्म रोगी बढे
गर्मी के चलते चर्म रोग के मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। चर्मरोग विशेषज्ञ के कमरे के बाहर सोमवार को मरीजों की लम्बी लाइन थी। अस्पताल प्रशासन ने आउटडोर में नए हॉल का निर्माण कराया, लेकिन चिकित्सकों के कमरों के बाहर मरीजों के लिए पंखे नहीं लगवाए गए। गर्मी से परेशान मरीज परामर्श पर्ची से हवा करते दिखाई दिए। अस्पताल में चर्म रोग के डॉक्टर केवल एक महेन्द्र छापरवाल ही है। उन्हें भी सप्ताह में आधे दिन अन्यत्र डयूटी लगा दिया जाता है। इससे मरीजों को परेशानी होती है।
वार्डों में राउंड...
वार्डों में राउंड के कारण दोपहर तक मेडिकल आउटडोर में केवल दो चिकित्सक ही मिलते है। राउंड पूरा होने के बाद मरीजों को चार डॉक्टरों की सेवाएं मिलती है। नए हॉल में पंखे व कूलर लगाने को कह रखा है। जल्द ही लगवा दिए जाएंगे।
डॉ. देवकिशन सरगरा, उपनियंत्रक, एमजीएच भीलवाड़ा
Published on:
28 May 2018 01:10 pm
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