30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Patrika Exclusive : ‘मंकी मैन’ नहीं, अब कहिए ‘पद्मश्री जानकीलाल’, सम्मान मिलने के बाद कह डाली बड़ी बात

Padma Shri Award 2024 : मंकी मैन नाम से पहचान, विदेशियों को भाया फकीर व बंदर का रोल

less than 1 minute read
Google source verification
Rajasthan Monkey Man Jankilal Bhand to get Padma Shri Award 2024

राजस्थान की 4 हस्तियों को पद्मश्री सम्मान, नाम जानकर करेंगे गर्व, इनमें हैं दो सगे भाई

संरक्षण की दरकार, पीढ़ी विमुख नहीं होगी
[typography_font:14pt]पुरस्कार की घोषणा के बाद राजस्थान पत्रिका से बातचीत में जानकीलाल ने कहा कि कला को सरकारी संरक्षण जरूरी है। इसके बिना अगली पीढ़ी इससे विमुख हो रही है। जानकीलाल ने बताया कि राजा-महाराजाओं व सियासत काल में मनोरंजन के रूप में बहरूपिया कला को विशिष्ट दर्जा था। तब कई परिवार इस कला को संभाले थे। इसमें विविधिता लाने की कोशिश करते थे। राजा महाराज खुश होकर कलाकारों को अपनी जागीर तक दे देते थे। इनाम की बारिश त्योहार व शुभ अवसरों पर होती थी, लेकिन वक्त के साथ सब कुछ बदल गया। जब कद्रदान ही नहीं रहे तो इस कला की कद्र अब कम होने लगी है।

[typography_font:14pt;" >ये भी पढ़ें : वाह, क्या खूब! दिल्ली के कर्तव्य पथ पर दिखा राजस्थान की झांकी का 'ठाठ', देखकर होगा गर्व

कभी पठान तो कभी भोले बने

गत 65 साल से नाना वेशभूषा पहनकर लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं। वे गाडोलिया लुहार, कालबेलिया, काबुली पठान, ईरानी, फकीर, राजा, नारद, भगवान भोलेनाथ, माता पार्वती, साधु, दूल्हा-दुल्हन आदि विभिन्न स्वांग रचते हैं। उम्र ढलने के बावजूद कला लोगों को मुरीद किए हुए हैं।