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इन मशीनों के आने के बाद कपड़ा उद्योग से टलेंगे संकट के बादल, 120 करोड़ की आएगी कपड़ा निखारने की मशीन

विश्व में कपड़ा निर्यात के लिए प्रसिद्ध टेक्सटाइल सिटी में अब नई टेक्नोलॉजी से व्यापार को आगे बढ़ाएंगे

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textile industry in bhilwara

textile industry in bhilwara

भीलवाड़ा।
विश्व में कपड़ा निर्यात के लिए प्रसिद्ध टेक्सटाइल सिटी में अब नई टेक्नोलॉजी से व्यापार को आगे बढ़ाएंगे। यहां के उद्योगपतियों ने सरकारी योजना की मदद से करीब 120 करोड़ की नई टेक्नोलॉजी की मशीनें मंगवाई है। यह मशीनें आने से कपड़ा उद्योग संकट के दौर से निकल सकता है। अभी कुछ समय से यहां के उद्योग बाहर पलायन कर रहे थे। एक्सपोर्ट प्रोमोशन कैपिटल गुड्स (ईपीसीजीएस) से अगले चार माह में करीब 120 करोड़ की नई मशीनें आने की संभावना है।

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देश भर के औद्योगिक संगठनों की मांग है कि यह योजना मार्च 2019 तक लागू रहे। सरकार इस बात को मानती है तो अकेल भीलवाड़ा की लगभग 400 करोड़ का नया निवेश आ सकता है। उद्यमियों का मानना है कि कोई भी नई मशीन आयात करने के लिए छह माह लगते हैं लेकिन सरकार ने अभी 30 सितम्बर तक का समय दिया है। जो अब नई मशीने मंगवाना संभव नहीं है।

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क्या है एक्सपोर्ट प्रमोशन कैपिटल गुड्स

इस योजना के तहत भारत के निर्यात प्रतिस्पद्र्धा को बढ़ावे के लिए गुणवत्तापूर्ण वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन के लिए शून्य सीमा शुल्क पर पूंजीगत वस्तुओं (मशीने) के आयात की अनुमति दी जाती है। सीमा शुल्क की पूर्ति अगले आठ साल तक अपने उत्पाद का निर्यात करना होता है। ताकि देश से निर्यात को भी बढ़ावा मिल सके। इससे उद्यमी दोहरा लाभ मिलता वही सरकार की मंशा के आधार पर निर्यात भी बढ़ता है।


जीएसटी के साथ किया था बंद
सरकार ने एक जुलाई से जीएसटी को लागू करने के साथ ही योजना बन्द कर दी थी। इससे औद्योगिक विकास ठहर गया था। इसके साथ ही नई मशीन मंगवाने पर 18 प्रतिशत जीएसटी लगा दिया था। जो उद्यमियों के लिए बड़ा झटका था। उद्यमियों की की देश भर से मांग आने पर पहले इसे मार्च 2018 फिर इसे30 सितम्बर तक के लिए बढ़ा दिया है।

300 मशीनें आएगी
इस योजना में यहां करीब 300 मशीनें आयात होनी है। इसमें कॉटन स्पिनिंग के लिए भी 170मशीन तो एक बड़े उद्योग घराना की यहां आ रही है। हालांकि यह उद्योग चित्तौडग़ढ़ के बेेेेगूं में लगेगा, लेकिन कमान भीलवाड़ा के उद्यमी के हाथ होगी। पांच अन्य उद्यमी भी सल्जर व एयरजेट मशीनों का आयात कर रहे है।

अवधि बढऩे के साथ निवेश बढ़ेगा
ईपीसीजीएस फिलहाल30 सितम्बर तक लागू है। इसकी अवधि बढ़ाने के लिए औद्योगिक संगठन लगे हैमार्च 2019 तक अवधि बढ़ती है तो वस्त्रनगरी में लगभग एक हजार नई मशीनों का आयात होगा। इससे औद्योगिक विकास बढऩे के साथ लोगों को रोजगार भी मिलेगा।
अतुल शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष भीलवाड़ा टेक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन