वह फैक्ट्री में मजदूरी कर रहा था। माता-पिता नहीं थे। गांव में उसका एक भाई किराए के मकान में रहता था। राजू शुक्रवार शाम अपनी पत्नी व तीन वर्षीय पुत्र के साथ उसके पीहर दरीबा छोड़कर आया था। रात को सोने से पहले उसने पड़ोसी को कहा था कि सुबह जल्दी जाना है, इसलिए जगा देना। सुबह पड़ोसी ने राजू को जगाने के लिए दरवाजा खटखटाया, लेकिन वह नहीं जागा। उसने खिड़की का किंवाड़ खोलकर देखा तो राजू पंखे के कुंडे पर फंदे से लटका हुआ था। घटना की जानकारी पर घर के बाहर भीड़ एकत्र हो गई। कोतवाली पुलिस ने पहुंचकर किंवाड़ तोड़ा और शव को फंदे से उतारकर महात्मा गांधी चिकित्सालय के चीरघर पहुंचाया।
पड़ोसियों ने बताया कि राजू अपनी मोटरसाइकिल घर के बरामदे में रखता था। रात में मोटरसासइकिल कमरे में रखी। गांव में चर्चा है कि राजू ने काफी कर्जा ले रखा था, सूदखोर उसे परेशान करते थे और मोबाइल पर धमकी देते थे। हालांकि कोतवाली पुलिस ने इस प्रकार की कोई शिकायत नहीं मिलने की बात कही है। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया।