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घर में सोकर उठा परिवार तो पास बैठा था विशाल मगरमच्छ, मची चीख-पुकार, 1 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Crocodile Rescue Operation : घर में घुसा 6 फीट लंबा मगरमच्छ। वन विभाग की टीम ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू कर चंबल नदी में छोड़ा।

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Crocodile Rescue Operation

Crocodile Rescue Operation video :मध्य प्रदेश के भिंड जिले के अंतर्गत आने वाले मौ थाना इलाके के रुपावई गांव केएक घर में उस समय हड़कंप मच गया, जब सुबह सोकर उठे परिवार को घर में एक मगरमच्छ बैठा मिला। मगरमच्छ को कमरे में बैठा देख घर में चीख पुकार मच गई। आवाजे सुनकर आसपास रहने वाले लोग भी इकट्ठे हो गए और देखते ही देखते ये खबर आग की तरह पूरे गांव में फैल गई। फिर क्या था पूरा गांव मौके पर मौजूद था। हालांकि, ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के अमले को दी, जिसके बाद टीम के सदस्यों ने कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ का रेस्क्यू किया।

परिवार का मानना है कि शायद मगरमच्छ रात के अंधेरे में घुस आया होगा। सुबह घर के मालिक प्रह्लाद पुत्र राम भरोसे के घर वालों ने जब मगरमच्छ को घर के अंदर परिवार के लोगों के बीच बैठा देखा तो वो सभी घबरा गए। बताया जा रहा है कि मगर अनाज भंडार करने की टिन की टंकी के पीछे बैठा हुआ था।

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आधे घंटे की मशक्कत के बाद पकड़ाया मगरमच्छ

जैसे ही मगरमच्छ की मौजूदगी की खबर वन विभाग को लगी तुरंत वन परिक्षेत्र अधिकारी बसंत शर्मा के नेतृत्व में एक रेस्क्यू टीम रुपावई गांव पहुंची। टीम ने एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को काबू में किया, तब कहीं जाकर मगरमच्छ का रेस्क्यू किया जा सका। फिलहाल, रेस्क्यू टीम ने मगर को भिंड जिले से गुजरने वाली चंबल नदी के बरही घाट से नदी में छोड़ दिया।

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वन विभाग को नहीं पता- कहां से आ गया मगरमच्छ

वन विभाग की टीम की मानें तो जिस गांव से मगरमच्छ रेस्क्यू किया गया है, वहां से आसपास कोई बड़ी नदी नहीं है, लेकिन फिर भी मगर गांव में कैसे आया ? इस पर विभाग के अधिकारी ठोस वजह नहीं बता रहे हैं। हालांकि, स्थानीय लोगों का मानना है कि दो साल पहले सिंध और चंबल में भीषण बाढ़ आई थी, जिसमें कई मगर दूसरी नदियों में घुसकर भटक गए थे। शायद ये भी उन्हीं भटके हुए मगरमच्छों में से एक होगा।