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डेम में डूबने से हुई थी 2 बच्चों की मौत, जिंदा करने की आस में 2 घंटे नमक में दबाकर रखे शव

जिंदा होने की आस में अंधविश्वास की भेंट चढ़े 2 मासूम।

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डेम में डूबने से हुई थी 2 बच्चों की मौत, जिंदा करने की आस में 2 घंटे नमक में दबाकर रखे शव

भोपाल. कहने को तो ये 21वीं सदी का भारत है, जहां छोटे छोटे बच्चे भी डिजिटल युग में जी रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ कुछ तस्वीरें इसी भारत में ऐसी भी देखने को मिलती हैं, जो इंसानियत को शर्मसार कर देती हैं। हम किसी बीहड़ या आदीवासी इलाके की बात नहीं कर रहे, बल्कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे इलाके में एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो 21वीं सदी के भारत पर सवाल खड़े कर रही है। दरअसल, डेम में डूबने से हुई 2 बच्चों की मौत पर उनके परिजन द्वारा मासूमों को दौबारा जिंदा करने की आस में नमक में करीब 2 घंटे दबाकर रख दिया। अंधविश्वास की ये तस्वीर जिसने भी देखी, वो हैरान रह गया।


आपको बता दें कि, शहर के नजदीक स्थित हलाली नदी में डूबने से मंगलवार को 2 बच्चों की मौत हो गई थी। रेस्क्यू के दौरान एक बच्चे को बचा लिया गया। घटना के बाद परिजन का अंधविश्वास भी देखने को मिल। दो बच्चों को जब अस्पताल द्वारा मृत घोषित किया गया, तो परिजन को इसपर यकीन ही नहीं हुआ, उन्होंने अस्पताल के शव गृह में रखी दोनों बच्चों की डेडबॉडी को नमक के ढेर में दबा दिया। परिवार का कहना था कि, ऐसा करके वो अपने मरे हुए बच्चों को दौबारा से जिंदा कर लेंगे। करीब 2 घंटों वो बच्चों के शव नमक में गाढ़ कर उनमें जान फूंकने की कोशिश करते रहे।

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शहर से सटे ईंटखेड़ी में रहते थे दोनों बच्चे

बता दें कि, करीब दो घंटे बाद ईंटखेड़ी पुलिस द्वारा मृतक बच्चों के परिजन को समझाइश दी गई, तब कहीं जाकर शवों को नमक से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिये भोपाल के हमीदिया अस्पताल भेजा जा सका। डेम में डूबकर जान गवाने वाले दोनों बच्चे ईंटखेड़ी के रहने वाले हैं। इनकी पहचान 9 वर्षीय पर्व परिहार और 7 वर्षीय शरस माली के रूप में हुई है। हालांकि, हादसे का शिकार हुए तीसरे बच्चे युवराज माली को रेस्क्यू के दौरान बचा लिया गया था।

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युवराज ने पुलिस को बताया- इस वजह से हुआ हादसा

ईंटखेड़ी थाना प्रभारी सुनील चतुर्वेदी ने बताया कि, घटना में बच जाने वाले युवराज माली से लिये गए बयान में उसने बताया है कि, हम तीनों दोस्त नदी के किनारे हाथ पकड़कर खेल रहे थे। पानी गिरने की वजह से फिसलन हो रही थी, तभी अचानक हम तीनों का पैर फिसला, जिसकी वजह से हम तीनों नदी में गिर गए।

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