यह है पिछले 24 घंटे का हाल
पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश का मौसम शुष्क रहा। रीवा एवं शहडोल संभागों के जिलों में तथा खरगौन, छतरपुर, दमोह, होशंगाबाद, बैतूल, रतलाम, दतिया एवं गुना में लू का प्रभाव रहा। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान खरगौन का रहा, यहां 45 डिग्री तापमान रिकार्ड किया गया।
लू चलने की संभावना
मौसम विभाग ने एडवायजरी जारी कर कहा है कि सागर, होशंगाबाद और इंदौर संभागों में कहीं-कहीं लू चलने की आशंका है। इसका काफी नुकसान बच्चों को हो सकता है।
-मौसम विभाग ने यह भी कहा है कि सूर्य की किरणों के सीधे संपर्क में आने से बचे।
-हल्के रंग के सूती कपड़े पहने।
-अपने सिर को कपड़े या टोपी से ढंककर निकले।
-पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन करें।
-इसके अलावा बच्चों को गर्म हवा से बचाएं।
कहां कितना तापमान
-भोपाल में तापमान 39.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो अगले सप्ताह 42 पार हो सकता है।
-ग्वालियर का तापमान 37 डिग्री रिकार्ड किया गया। जबकि न्यूनतम तापमान 18.5 डिग्री दर्ज किया गया। यहां भी अगले सप्ताह तक दो से चार डिग्री तक तापमान में इजाफे का अनुमान लगाया गया है।
-इंदौर का अधिकतम तापमान 38.5 और न्यूनतम तापमान 20.9 रिकार्ड किया गया। जो अगले सप्ताह तक दो डिग्री और बढ़ सकता है। इसके अलावा लू भी चलने की आशंका है।
शुक्रवार को ही टूट गया था रिकार्ड
मध्यप्रदेश में मार्च अंत में ही गर्मी ने कहर बरपा दिया। मार्च माह में ही 45 डिग्री पार पहुंचकर तापमान ने कई वर्षों का रिकार्ड तोड़ दिया। खरगौन का तापमान 45 डिग्री पार रिकार्ड किया गया। वहीं प्रदेश के ज्यादातर जिलों का तापमान भी 40 पार हो गया। मार्च माह में ही भोपाल में पारा 40.1 डिग्री पर पहुंचने से पिछले दस सालों का रिकार्ड टूट गया है।
यह रहा हाल
इससे पहले 24 गंटों के दौरान मध्यप्रदेश का मौसम शुष्क रहा। अधिकतम तापमान सागर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में काफी बढ़ा हुआ रहा, जबकि शेष संभागों के जिलों में विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। भोपाल, जबलपुर, रीवा एवं शहडोल संभागों के जिलों में सामान्य और शेष संभाग के जिलों में सामान्य से अधिक रहा।
और बढ़ेगी गर्मी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मार्च माह खत्म होने में अभी तीन दिन बाकी है। इसके बावजूद गर्मी के तेवर ने बता दिया है कि इस बार लोगों को गर्मी अधिक झेलना पड़ेगी। मार्च माह के अंत तक मध्यप्रदेश के कई इलाकों का तापमान 45 पार होने से भी यह चिंता है कि इस बार गर्मी के तेवर कुछ ज्यादा तीखे रहने वाले हैं।
सूखने लगे भोपाल के ताल
विश्व प्रसिद्ध भोपाल तालाब भी इन दिनों सूखने लगा है। यह पहली बार नहीं है जब भोपाल ताल इतनी तेजी से सूख रहा है। इससे पहले दो बार भोपाल तालाब आधे से अधिक सूख चुका है। यही स्थिति कलियासोत डैम, केरवा और कोलार डैम की भी हो गई है। यहां का पानी भी सूख गया है। इसका खामियाजा पंछियों को भी भुगतना पड़ रहा है। दूर दराज से आने वाले पंचियों को पानी की कमी के कारण परेशान होना पड़ रहा है।
weather ALERT: गर्मी से तपा मध्यप्रदेश, कई जिलों में लू चलने की आशंका