
Artificial Intelligence
स्पेलिंग सुधारने में एआई की लेता हूं मदद
कोलार के रहने वाले ऋग्वेद उपाध्याय बताते हैं कि मेरी वोकेबलरी अच्छी नहीं है। इस वजह से मैं जब भी कुछ भी लिखता हूं, तो उसमें काफी गलतियां होती हैं। ऐसे में नेट में काफी एआई ग्रामर एक्सटेंशंस मौजूद हैं जो कि आपको स्पेलिंग मिस्टेक से तो छुटकारा दिलाते ही हैं, इसके अलावा अगर फ्रेस या कोई भी ग्रामर से रिलेटेड गलतियां होती हैं, तो वह उसे भी दूर कर देते हैं।
फोटो और रील की एडिटिंग में लेती हूं मदद
आकांक्षा सिंह कहती हैं, फोटो और रील्स को एडिट करने के लिए पहले टाइम लगता था पर अभी एआई सपोर्टेड कई ऐप्स हैं, जो मेरी जरूरत के हिसाब से खुद ब खुद एडिट कर देते हैं। एडिटिंग इफेक्ट्स और वीडियो को स्लो मोशन में कन्वर्ट करने में एआई की वजह से क्वालिटी से भी कॉम्प्रोमाइज नहीं करना पड़ता है। इसके अलावा मेरी डेली रूटीन में कई बार कैप्शन और ईमेल्स लिखने के लिए चैट जीपीटी का भी यूज करती हूं।
एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी पीपीटी प्रेजेंटेशन बना लेता हूं
कटारा हिल्स के रहने वाले तरुण जैन बताते हैं कि धीरे-धीरे सारी चीजें चेंज हो रही हैं। वक्त बदल रहा है तो हमें भी उसके हिसाब से बदलना चाहिए। एआई सबसे ज्यादा मदद मेरी कॉलेज वर्क में करता है। मुझे हफ्ते में एक दो पीपीटी सबमिट करने पड़ते हैं। पहले नॉर्मली बहुत टाइम लगता था पर जब से चैट जीपीटी और ऐसे ऐप्स आए हैं, मेरे प्रेजेंटेशन आसानी से बन जाते हैं। एआई एक टाइम सेविंग टेक्नोलॉजी है।
Published on:
21 Jul 2023 03:47 pm
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