
lok sabha election 2024 result
Chhindwara Lok Sabha seat Election 2024 Result Prediction: छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र कांग्रेस का गढ़ बना रहेगा या फिर भाजपा का उदय होगा। लोकसभा चुनाव ( lok sabha election result 2024) की मतगणना से दो दिन पहले आए एक्जिट पोल के अलग-अलग दावों से ये सवाल हर किसी की जुबां पर है। इसका जवाब तो चार जून मंगलवार की शाम को मिल जाएगा। फिलहाल इस एक्जिट पोल के हार-जीत के दावों पर शहर में खूब बहस हो रही है। हर व्यक्ति जीत-हार का अंतिम आकलन में जुटा हुआ है।
लोकसभा चुनाव के सात चरण पूरे होने के बाद शनिवार को अलग-अलग सर्वेक्षण एजेंसियों और टीवी चैनलों ने एक्जिट पोल के आंकड़े जारी किए। इसमें मप्र की 29 लोकसभा सीटों के बारे में कुछ सर्वे एजेंसियों ने सभी सीटें भाजपा के पक्ष में दिखाई तो कुछ ने एक सीट कांग्रेस के लिए छोड़ दिया। इस सर्वे की बहस में छिंदवाड़ा संसदीय सीट भी चर्चा का विषय बनी रही। खासकर कमलनाथ और उनके परिवार के 45 साल से कब्जे के इस चुनाव में भी बने रहे पर अलग-अलग तर्क दिए गए।
कुछ का दावा था कि भाजपा ने जिस तरह की मेहनत की है, उससे यह सीट उसके खाते में चली जाएगी। कुछ ने कमलनाथ का जादू बरकरार रहने का दावा किया। इस बहस को संसदीय क्षेत्र के मतदाता, राजनीतिक दलों के पदाधिकारी-कार्यकर्ता सुनते रहे।
इस एक्जिट पोल के दूसरे दिन रविवार को भी यह विषय हर किसी की जुबां पर बना रहा। स्थानीय स्तर पर भी 79. 83 प्रतिशत मतदान पर दोनों ही राजनीतिक दलों की जीत-हार का आकलन होता रहा। इसके आधार पर दांव, शर्त और सट्टेबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। ऐसे कश्मकश भरे दौर में केवल एक दिन नतीजे आने में शेष रह गया है। सभी की धड़कनें तेज होती जा रही हैं हर किसी को बस मंगलवार की शाम का इंतजार है।
भोपाल सट्टा बाजार की मानें तो परिणाम कमलनाथ-नकुलनाथ के ही पक्ष में रहेगा। भोपाल का सट्टा बाजार छिंदवाड़ा से कांग्रेस को ही जिता रहा है। स्थानीय सटोरियों का कहना है कि मध्यप्रदेश में 2024 का लोकसभा चुनाव परिणाम पूरी तरह 2019 की तरह ही रहने वाला है अर्थात छिंदवाड़ा में कांग्रेस उम्मीदवार की विजय होगी लेकिन अन्य सभी लोकसभा सीटों पर बीजेपी की जीत का अनुमान है। इससे पहले फलौदी सट्टा बाजार भी छिंदवाड़ा लोकसभा सीट पर बीजेपी की तमाम कवायदों पर पानी फेर चुका है। फलौदी सट्टा बाजार ने भी यहां कांग्रेस की जीत का अनुमान जताया है।
छिंदवाड़ा संसदीय सीट वर्ष 1952 से परपरागत रूप से कांग्रेस का गढ़ रही है। पिछले 45 वर्ष से कमलनाथ और उनके परिवारिक सदस्य जीतते आ रहे हैं। इस बार इस गढ़ को जीतने भाजपा ने पूरी ताकत लगाईं। हजारों की संया में कांग्रेस नेताओं को भाजपा की सदस्यता दिलाईं तो वहीं गृह मंत्री अमित शाह, सीएम डॉ.मोहन यादव समेत अन्य नेताओं के रोड शो, रैली और सभाएं भी की। इसे देखते हुए इस सीट के चुनाव परिणाम पर पूरे प्रदेश और देश की निगाहें लगी रहेंगी।
नोट: यहां पर दी गई जानकारी अखबार, मीडिया रिपोर्ट्स और सट्टा बाजारों के जानकारों के माध्यम से दी गई है।हमारा उद्देश्य सट्टा को किसी भी प्रकार से प्रोत्साहन करना नहीं है।
Updated on:
03 Jun 2024 12:35 pm
Published on:
03 Jun 2024 12:08 pm
बड़ी खबरें
View Allसमाचार
ट्रेंडिंग
