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करीना अब भी हिन्दू, फिर भी नहीं खेलेंगी होली, जानें क्यों

करीना कपूर की सास कहती हैं कि मेरी बहू अब भी हिन्दू है, लेकिन क्या कारण है कि वह हिन्दू होने के बावजूद होली नहीं खेल रही हैं, एक इंटरव्यू में करीना कपूर ने यह बात कही...।

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Manish Geete

Mar 22, 2016

kareena

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भोपाल। यह बहुत ही कम लोग जानते होंगे कि नवाब मंसूर अली खां पटौदी की पत्नी का नाम आयशा सुल्तान है। जी हां, इस्लाम धर्म कबूल करने के बाद फिल्म अभिनेत्री शर्मिला टैगोर का नाम आयशा सुल्तान ही हो गया है। जब मंसूर अली खान से शर्मिला की शादी की बात चली तो सास की जिद के आगे शर्मिला ने इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था। लेकिन यह बात भी कम ही लोग जानते हैं कि शर्मिला टैगोर ने अपनी बहू को इस्लाम धर्म कबूल करने की जिद नहीं की। इसलिए कहा जाता है कि भोपाल के नवाब सैफ अली खान की पत्नी हिन्दू हैं। इसके बावजूद वह अपने परिवार के साथ डिनर करेंगी और होली नहीं खेलेंगी। पत्रिका.कॉम इतिहास के पन्नों से बता रहा है नवाब खानदान से जुड़े कुछ रोचक किस्से...।

सास की जिद के आगे झुकी थीं शर्मिला
जब शर्मिला ने पटौदी रियासत के नवाब से शादी की, उस समय उन पर मुस्लिम धर्म कबूल करने का ज्यादा दबाव था। शर्मिला की सास और भोपाल के आखिरी नवाब हमीदुल्ला खां की बेटी साजिदा सुल्तान की जिद के बाद इस्लाम धर्म कबूल कर लिया गया। साजिदा की जिद के आगे नवाब और शर्मिला दोनों की एक न चली, दोनों को ही इस जिद के आगे झुकना पड़ा।

इतिहासकार बताते हैं कि पटौदी ने जब अपनी मां को शर्मिला के साथ प्रेम प्रसंग के बारे में बताया तो उन्होंने तुरंत ही अपनी मंजूरी दे दी थी, लेकिन दोनों के सामने नई बहू को इस्लाम धर्म कबूल करके लाने की ही शर्त रखी थी। इसके बाद शर्मिला ने होने वाली सास का सम्मान करते हुए इस्लाम धर्म कबूल कर लिया। इस्लाम धर्म कबूल करने की रस्म के लिए नवाबों की शिकारगाह भोपाल के पास स्थित चिकलौद कोठी को चुना गया। वहां इस्लाम की रस्मो-रिवाज के साथ शर्मिला का नाम आयशा सुल्तान रख दिया गया।

करीना हैं हिन्दू बहू, शर्मिला ने नहीं रखी शर्त
इस्लाम धर्म कबूल कर चुकी शर्मिला टैगोर ने अपने बेटे सैफ अली की शादी के लिए अपनी बहू को इस्लाम कबूल नहीं करने दिया। अटकलें भी लगाई जाती रही कि करीना ने भी इस्लाम धर्म कबूल कर लिया। लेकिन, ऐसा अब तक नहीं हुआ। सैफ और शर्मिला दोनों ने ही करीना पर बिल्कुल भी दबाव नहीं बनाया। शर्मिला भी कहती हैं कि सैफ की बेगम आज भी हिन्दू हैं।

नहीं खेलूंगी होली
एक इंटरव्यू में करीना ने कहा है कि इस साल मैं होली नहीं खेल रही हूं। ज्यादा से ज्यादा मैं अपने परिवार के साथ डिनर कर सकती हूं, लेकिन होली नहीं खेल सकती। क्योंकि मैं फिल्म के प्रमोशन पर फोकस करना चाहती हूं। मेरी फिल्म रिलीज होने में एक सप्ताह का समय ही बचा है।

क्यों खास है चिकलोद कोठी
नवाब की शिकारगाह रही चिकलोद कोठी इसलिए भी जानी जाती है कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर नेहरू रुकते थे। चारों तरफ हरे-भरे जंगल और कोठी के बगल में तालाब और आबोहवा उन्हें यहां तक खींच लाती थी। भोपाल नवाब भी शिकार खेलने यहां अक्सर आते थे। नेहरू को यह जगह इतनी पसंद थी कि वे अक्सर यहां प्रोटोकॉल तोड़कर चले आते थे। वे भोपाल नवाब हमीदुल्ला खां की पत्नी मैमूना सुल्तान के कहने पर यहां आया करते थे।


अब शर्मिला के पास है अरबों की दौलत
नवाब की बेगम बनने के बाद शर्मिला शाही संपत्ति की मालकिन बन गई। पटौदी के इंतकाल के बाद उनके खानदान और उनकी शाही संपत्ति को शर्मिला और उनकी बेटी संभालती है। एक आम भारतीय परिवार में पली-बढ़ी शर्मिला अब कई हजार करोड़ की मालकिन हैं। शर्मिला भी अब तक पूरी तरह से नहीं जान पाई होंगी कि उनके पास कुल कितने हजार करोड़ की प्रापर्टी है।

यह है कीमती प्रॉपर्टीज
कुछ कीमती प्रॉपर्टीज के बारे में जानकारी दे रहे हैं। इनमें कई हवेलियां और कोठियां शामिल हैं। कुछ पर विवाद चल रहा है।

सवा अरब से ज्यादा का फ्लैग हाउस
भोपाल के नवाब की यह वही प्रापर्टी है, जो विवादों में है। इस फ्लैग हाउस की कीमत सवा अरब से ज्यादा है। इसके अलावा इस कोठी में नवाब के समय के कई एंटीक सामान सहेजकर रखे हुए हैं।

पटौदी रॉयल पैलेस
पटौदी के शाही खानदान की इस प्रॉपर्टी की कीमत 800 करोड़ रुपए आंकी जाती है। अब इसे हेरिटेज होटल में तब्दील कर दिया गया है।

नवाबों का शाही निवास
भोपाल के सबसे पॉश इलाके कोहेफिजा में है यह शाही निवास। इसके एक हिस्से में कॉलेज बन चुका है और दूसरे हिस्से में नवाब के वारिस स्कूल चला रहे हैं। इसकी कीमत भी अरबों में है।

मस्जिद, दरगाह

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नवाबों ने बनाई इस मस्जिद और दरगाह की संपत्ति की देखरेख ट्रस्ट करता है। इसे औकाफ ए शाही कहा जाता है। मक्का और मदीना की धर्मशाला भी यही ट्रस्ट संभालता है।

सैकड़ों एकड़ में फैली है जमीन
नवाब की भोपाल, रायसेन, सीहोर जिलों में सैकड़ों एकड़ जमीन आज भी है। भोपाल नवाब खानदान के पास अब भी 2700 एकड़ जमीन है। कई जमीनों पर मुकदमे चल रहे हैं। कई जमीनें नवाब के कब्जे में है।

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