
सोनिया भारद्वाज सुसाइड केस में घिरते जा रहे पूर्व मंत्री उमंग सिंघार, व्हाट्सएप चेट में मिले बड़े संकेत, सुसाइड नोट भी आया सामने
भोपाल/ मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री और गंधवानी विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार अपनी महिला मित्र सोनिया भारद्वाज की आत्महत्या के मामले में घिरते जा रहे हैं। आत्महत्या को लेकर उकसाने के मामले पर उनके खिलाफ हुई एफआईआर के बाद अब गिरफ्तारी की तलवार उनपर लटकने लगी है। इसी बीच पुलिस को उनके और सोनिया के मोबाईल से व्हाट्सएप चेट भी मिले हैं, जिसके जरिये इस बात के संकेत मिले हैं कि, उन दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं था। इसेक अलावा मरणोप्रांत सोनिया द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट भी सामने आया है, उसमें लिखी बातें भी चौंकाने वाली हैं। नोट के मुताबिक, विधायक सोनिया से पीछा छुड़ाना चाहते थे। इसी वजह से वो डिप्रेशन में थी। सोनिया विधायक के साथ ही रहना चाहती थी, लेकिन उमंग के गुस्से के चलते वो डरी हुई थी।
आत्महत्या से पहले सोनिया ने अपने बेटे के लिये लिखा था ये सुसाइड नोट
आत्महत्या से पहले सोनिया भारद्वाज ने अपने बेटे आर्यन भारद्वाज को लिखे सुसाइड नोट में लिका कि, 'अब मैं और सहन नहीं कर सकती। मैंने अपनी तरफ से सबकुछ किया, पर उमंग का गुस्सा बहुत ज्यादा है। मुझे डर लगता है। वो मुझे अपनी लाइफ में जगह नहीं देना चाहता। उसकी किसी भी चीज को टच करो तो उसको बुरा लगता है। इस बार भी मैं ही जबरदस्ती भोपाल आई। वो तो चाहता ही नहीं था कि मैं भोपाल आऊं। आर्यन सॉरी, मैं तेरी लाइफ के लिए कुछ नहीं कर पाई। मैं जो कुछ भी कर रही हूं, अपनी मर्जी से कर रही हूं। किसी की कोई गलती नहीं है। उमंग आपके साथ मैंने सोचा था लाइफ सेट हो जाएगी। आई लव यू, कोशिश की एडजस्ट करने की, पर आपने जगह नहीं दी मुझे अपनी लाइफ में। आर्यन सॉरी।'
वाट्स एप चैट से भी सबकुछ ठीक न चलने के मिले संकेत
इससे पहले पुलिस जांच में सामने आए पूर्व मंत्री उमंग सिंघार और सोनिया भारद्वाज के बीच व्हाट्सएप चेट में भी इस बात के संकेत मिले हैं कि, उन दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा था। सोनिया का डिप्रेशन लगातार बढ़ रहा था। सूत्रों की मानें तो इसमें वो लिखती हैं कि, 'शादी के नाम पर उसे अब तक रोका जा रहा है। वो इसके कारण काफी तनाव में रहती है।'
सिंघार के बचान में आई कांग्रेस
कांग्रेस विधायक उमंग सिंघार पर एक तरफ तो कानूनी शिकंजा कसता नजर आ रहा है, तो वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस उनके समर्थन में उतरती नजर आ रही है। इसी के चलते मंगलवार को कांग्रेस के एक प्रतिनिधि मंडल ने DGP से मुलाकात करके निष्पक्ष जांच की मांग की है। डीजीपी से मिलने वाले प्रतिनिधि मंडल में पूर्व मंत्री जीतू पटवारी, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा, विधायक आरिफ मसूद समेत अन्य नेता मौजूद थे। प्रतिनिधि मंडल की ओर से पुलिस पर सरकार का दबाव बनाए जाने के आरोप लगाए। मीडिया बातचीत में उन्होंने कहा कि, पुलिस सरकार के कहने पर कार्रवाई कर रही है। जब मृतका का बेटा ही किसी तरह की कोई शंका नहीं जता रहा, तो फिर ये कार्रवाई पुलिस क्यों करना चाहती है।
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Published on:
19 May 2021 11:10 am
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