कांग्रेस प्रवक्ता शोभा ओझा ने कहा है कि विधानसभा में बीजेपी संख्या बल साबित करने की बात आती है तो वॉकआउट कर देती है। बीजेपी लगातार हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी लगातार सरकार को अस्थिर करने की कोशिश में लगी रही है।
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गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों के तुरंत बाद भी मध्यप्रदेश में बीजेपी के कई नेताओं ने अपनी सरकार बनाने का दावा किया था। उस वक्त सीएम कमलनाथ ने भी विधायकों की बैठक बुलाई थी। उन्होंने बैठक के बाद कहा था कि हमारे विधायकों को बीजेपी दस-दस करोड़ रुपये का ऑफर दे रही है। लेकिन हमारे सभी विधायक एकजुट हैं। ऐसे में हमारी सरकार पर कोई खतरा नहीं है। हम फ्लोर टेस्ट के लिए भी तैयार हैं।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनावों के तुरंत बाद भी मध्यप्रदेश में बीजेपी के कई नेताओं ने अपनी सरकार बनाने का दावा किया था। उस वक्त सीएम कमलनाथ ने भी विधायकों की बैठक बुलाई थी। उन्होंने बैठक के बाद कहा था कि हमारे विधायकों को बीजेपी दस-दस करोड़ रुपये का ऑफर दे रही है। लेकिन हमारे सभी विधायक एकजुट हैं। ऐसे में हमारी सरकार पर कोई खतरा नहीं है। हम फ्लोर टेस्ट के लिए भी तैयार हैं।
इसे भी पढ़ें: गजब! अनुशासन समिति को पता ही नहीं है कि नरेंद्र मोदी ने आकाश विजयवर्गीय के बारे में कुछ कहा है सिर्फ सीएम ही नहीं उस वक्त मंत्री प्रद्युमन सिंह ने भी बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। बीजेपी ने विधायकों को 50 करोड़ रुपये का ऑफर दिया है। लेकिन हमारा कोई साथी बिकने वाला नहीं है। उन्होंने कहा था कि बीजेपी विधायकों को खरीद-फरोख्त करने की कोशिश कर रही है। वो एक-एक विधायक को 25-25 करोड़ रुपये का ऑफर दे रहे हैं। जो तैयार नहीं हो रहे उन्हें 50 करोड़ रुपये तक का ऑफर दे रहे हैं।
इसे भी पढ़ें: इन नेताओं ने बीजेपी की कटाई नाक, लेकिन ‘औकात’ के हिसाब से हुई कार्रवाई दरअसल, मध्यप्रदेश विधानसभा में 230 विधायकों में से कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं। यह सरकार चार निर्दलियों, बीएसपी के दो और एसपी के एक विधायक के समर्थन से चल रही है।