
महीनों पहले ही दिखाई देने लगते हैं कैंसर के ये लक्षण, नजरअंदाज करना हो सकता है जानलेवा
भोपाल/ कैंसर केपिटल के रूप में पहचाने जाने वाले भारत में कैंसर के मरीजों की तादाद में काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। फिलहाल, आज भी देश के कई छोटे शहरों में इसका पर्याप्त उपचार ना होने के कारण इस बीमारी ने अब तक अनगिनत लोगों को मौत के आगौश में सुला दिया है।
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चौका देंगे देश-प्रदेश के ये आंकड़े
आपको जानकर हैरानी होगी कि, नेशनल हेल्थ प्रोफाइल 2019 के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में साल 2017 से 2018 के बीच कैंसर के मामले 324 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इनमें ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और मुंह के कैंसर के केस सबसे ज्यादा सामने आए हैं। नेशनल कैंसर रेजिस्ट्री प्रोग्राम के मुताबिक, भारत में रोजाना कैंसर के कारण लगभग 1300 लोगों की मौत होती है। वहीं, मध्य प्रदेश स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिये आंकड़ों के मुताबिक, प्रदेश में रोजाना करीब कैंसर से करीब 90 लोगों की मौत होती है, जबकि 190 नए केस रोजाना सामने आते हैं। ऐसे में कुछ सतर्कता बरतकर ही इस जानलेवा बीमारी से बचा जा सकता है। आइये जानें कैसे...।
शरीर में दिखें ये लक्षण तो हो जाएं अलर्टशरीर में दिखने वाले इन लक्षणों को कैंसर के वॉर्निंग साइन्स भी कहा जा सकता है। अगर आप समय रहते इन संकेतों को समझ लेते हैं, तो आप अपने आसपास या खुद की जान बचा सकते हैं। इन लक्षणों की पहचान इसलिए भी जरूरी है क्योंकि, अगर पीड़ित को कैंसर के बारे में पहले या दूसरे स्टेज पर ही पता लग जाए, तो उसका इलाज होना आसान होता है, व्यक्ति पूरी तरह ठीक भी हो जाता है। लेकिन ज्यादातर लोग कैंसर के लक्षणों को पहचान नहीं पाते और जब तक बीमारी का पता लगता है, तब तक काफी देर हो चुकती है।
इन संकेतों को न करें नजरअंदाज
-यूरीन और स्टूल में आने लगे खून
हालांकि, किडनी स्टोन के कारण भी पेशाब में खून आ जाता है, लेकिन अगर किसी के पेशाब और मल दोनों में खून आ रहा है, तो ये अच्छे संकेत नहीं है। ऐसे में तुरंत चिकित्सक को दिखाकर जरूरी जांचे करा लेना चाहिए। क्योंकि ये किडनी कैंसर या कोलोन कैंसर के भी संकेत होते हैं। इसके अलावा अगर किसी को लंबे समय तक कब्ज या डायरिया की दिक्कत हो और इलाज करवाने और दवा खाने के बाद भी समस्या ठीक ना हो, तो भी चिकित्सकीय परामर्श की जरूरत है।
वैसे ये जरूरी नहीं है कि, ये सिर्फ कैंसर का ही लक्षण है, टीबी या डायबीटीज होने के कारण भी पीड़ित का वजन काफी तेजी से कम होने लगता है। लेकिन तेजी से वजन कम होना भी कैंसर का सबसे अहम लक्षण है जिसकी अनदेखी नहीं करना सेहत से खिलवाड़ करने के समान है। अगर किसी व्यक्ति का 2 से 3 महीने के अंदर 8 से 10 किलो वजन घट चुका है, तो उसे तुरंत कैंसर से संबंधित जांचे करानी चाहिए। ये पेट या लंग्स कैंसर के लक्षण है।
शरीर में होने वाली हर गांठ को कैंसर से नहीं जोड़ा जा सकता। लेकिन अगर शरीर के किसी हिस्से में गांठ बन गई है, जिसमें काफी तेजी से बदलाव दिखाई दे रहे हैं। ये बदलाव गठान में किसी तरह की हलटल या उसके तेजी से बढ़ता साइज हो सकता है। ऐसे में कैंसर का टेस्ट करा लेना जरूरी होता है। ऐसे भी कई मामले सामने आ चुके हैं, कि जिन गांठों में दर्द होता है उनमें कैंसर सेल्स होने के कम ही चांसेज रहते हैं, जबकि दर्द न होने वाली गांठों में कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है।
ब्रेस्ट कैंसर सिर्फ महिलाओं को ही नहीं बल्कि पुरुषों को भी हो सकता है। ये दुनिया भर में सबसे कॉमन कैंसर माना जाता है। ऐसे में अगर आपको अपने ब्रेस्ट में किसी भी तरह की गांठ नजर आए, कोई चेंज नजर आए, निप्पल के रंग में अंतर दिखे, किसी तरह की खुजली या डिस्चार्ज हो रहा हो तो इसे गंभीरता से लें।
अगर किसी व्यक्ति को बार-बार बुखार की शिकायत रहने लगे। दवा करने के बाद भी बुखार में किसी तरह का सुधार ना आए, तो ये ब्लड कैंसर का शुरुआती लक्षण हो सकता है। वैसे तो कैंसर होने पर इम्यून सिस्टम पूरी तरह से कमजोर हो जाता है जिस वजह से कैंसर के मरीज को बुखार होता ही है। लेकिन अगर किसी को बुखार हो तो इसका मतलब ये नहीं कि उसे कैंसर ही है। अगर बुखार के लक्षण असामान्य हैं तो अनदेखी ना करें, किसी अच्छे चिकितस्क से परामर्श करें।
-हद से ज्यादा थकान
आजकल के भाग दौड़ भरे जीवन में लोगों को थकान महसूस होना आम बात है। लेकिन अगर ये थकान थोड़ा भी काम करने पर हो रही है, जो लंबे समय तक बनी रहे तो ये या तो शरीर में खून की कमी हो सकती है, या फिर कैंसर के भी संकेत हो सकते हैं। इसके अलावा अगर लगातार सिर में दर्द बना रहता हो या फिर पीठ दर्द लंबे समय से ठीक ना हो रहा हो तो इन शिकायतों को नजरअंदाज करने की बजाए इनकी जांच करवा लें।
महिलाओं को पीरियड्स के दौरान ब्लीडिंग होना सामान्य सी बात है, लेकिन अगर पीरियड्स खत्म होने के बाद भी अचानक ब्लीडिंग होने लगे, अगर मलद्वार से ब्लीडिंग हो या पीरियड्स के दौरान हद से ज्यादा ब्लीडिंग हो साथ ही, असहनीय तकलीफ रहे तो, इसे अनदेखा ना करें क्योंकि ये कैंसर का संकेत हो सकता है।
Updated on:
05 Feb 2020 02:41 pm
Published on:
04 Feb 2020 07:45 pm
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