28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गिनीज बुक से लेकर लिम्का बुक तक 87 बार दर्ज कराया नाम

पर्सनॉलिटीः भोपाल के डा. दीपक शर्मा ने जमा की साढ़े पांच हजार टाई, परिवार के अन्य सदस्यों के नाम भी हैं कई रिकॉर्ड...।

2 min read
Google source verification

भोपाल

image

Manish Geete

Jun 04, 2022

sharma.png

शकील खान

भोपाल। किसी एक क्षेत्र में महारत रखते हुए रिकॉर्ड दर्ज कराने वाले कई लोग देखे होंगे वहीं राजधानी के डॉ. दीपक शर्मा ऐसे हैं जिनके नाम पर 87 रिकॉर्ड हैं। इनमें एक दर्जन गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हैं तो वहीं 27 लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में। टाई कलेक्शन से लेकर इसे बांधने में ये रिकॉर्ड इन्होंने बनाए। परिवार के सदस्यों ने भी शतरंज सहित दूसरे क्षेत्रों में रिकॉर्ड बुक में नाम दर्ज कराया।

डॉ. शर्मा बैंक में मैनेजर हैं लेकिन ये रिकॉर्ड बनाने और फिर उसे तोड़ने के लिए जाने जाते हैं। वर्तमान में इनके पास करीब साढ़े पांच हजार टाई का कलेक्शन हैं। इनमें 2906 थीम बेस हैं। इस तरह का काम करने वाले ये इकलौते व्यक्ति हैं। लिम्का बुक में नाम दर्ज हैं। टाई को बांधने में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में तीन बार नाम दर्ज करा चुके हैं। हर बार अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। 12.89 सेकेण्ड में टाई बांधकर इसे दर्ज कराया। डॉ शर्मा बताते हैं कि करीब 35 साल पहले कलेक्शन से शुरुआत की थी। 2008 में रिकॉर्ड बुक में पहली बार नाम जुड़ा। इसके बाद नए और अनोखे कामों को करते हुए इसे लगातार आगे बढ़ाया।

शतरंज में 80 लोगों को हराया

परिवार के नाम पर भी शतरंज का रिकॉर्ड है। शतरंज के खेल में पूरे परिवार ने मिलकर 80 लोगों को हराया। एक-एक व्यक्ति ने 20 लोगों के साथ मैच खेले थे। शतरंज के लिए शुरू से ही सबमें दीवानगी है।

बाइक रेसिंग में नाम

इन्होंने बताया कि बाइक रेस कॉम्पीटीशन के दौरान एक एक्सीडेंट में घायल हो गया था। लगा कि जिंदगी में वह सब करना चाहिए जो मन करता है। इस घटना के बाद से जीने का नजरिया बदल दिया। हर सेक्टर में अलग-अलग कुछ ऐसा काम किया जो दूसरों से अलग हो। हर काम को अपने नाम पर रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए ये काम किए। मेरा मानना है कि सभी को अपनी जिंदगी को खुलकर जीना चाहिए।

भेंट में भी मिलती है टाई

हाल में इन्होंने अपना 56वां जन्मदिन मनाया। कई रिकार्डधारी लोगों के बीच आयोजन हुआ। यहां इन्हें गिफ्ट में चांदी की टाई दी गई। डॉ शर्मा बताते हैं कि आगे भी इन रिकॉर्ड को बरकरार रखने के लिए काम करूंगा। कोशिश होगी अपने रिकॉर्ड फिर से तोड़ पाऊं।