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Memories : ‘पहले तोलते फिर बोलते थे प्रणब दा’, कांग्रेस ही नहीं भाजपा नेता भी थे उनके मुरीद

मध्य प्रदेश के भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने प्रणब मुखर्जी के व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ यादें साझा करते हुए अपने ट्वीट्स के जरिये उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।

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Memories : 'पहले तोलते फिर बोलते थे प्रणब दा', कांग्रेस ही नहीं भाजपा नेता भी थे उनके मुरीद

भोपाल/ पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी अब हमारे बीच नहीं रहे। 2012 से 2017 तक देश के राष्ट्रपति रहे प्रणब दा को 10 अगस्त को दिल्ली कैंट स्थित सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस बीच उनकी ब्रेन सर्जरी हुई थी, जिसके बाद से वो कोमा में चले गए थे। रविवार को उनकी हालत बिगड़ गई थी, जिसके बाद सोमवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। राष्ट्रपति बनने से पहले कांग्रेस से केन्द्रीय मंत्री समेत कई पदों पर रह चुके हैं। अपने कुशल व्यक्तित्व और निष्पक्ष व्यवहार के चलते कांग्रेस ही नहीं बल्कि भाजपा नेता भी उनके मुरीद थे।

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भाजपा नेता भी थे प्रणब दा के मुरीद

प्रणब दा के निधन पर जहां देशभर में राजनीतिक शोक का माहौल है। वहीं, मध्य प्रदेश के भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने उनके व्यक्तित्व से जुड़ी कुछ यादें साझा करते हुए अपने ट्वीट्स के जरिये उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है। प्रदेश के गृहमंत्री और भाजपा नेता डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि, पहले तौलना फिर बोलना... यह उनके गरिमामय व्यक्तित्व की बड़ी खूबी थी। वहीं, मुख्यंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, 'राजनीति के वे अजातशत्रु थे। देश के लिए समर्पित ऐसे दृढ़ इच्छाशक्ति वाले अद्वितीय नेता सदियों में जन्म लेते हैं।' भाजपा महासचिव केलाश विजयवर्गीय ने, प्रणब दा को देश के सर्वाधिक सफल राष्ट्रपतियों में से एक बताया। आइये जानते है भाजपा-कांग्रेस के दिग्गजों ने किस तरह दी श्रद्धांजलि।


भाजपा कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखी ये बातें

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-भाजपा नेताओं ने कहीं ये बातें

नरोत्तम मिश्र ने कहा- पहले तौलना फिर बोलना, उनके गरिमामय व्यक्तित्व की बड़ी खूबी थी

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री और भाजपा नेता डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किये। उन्होंने लिखा कि, राष्ट्रपति के रूप में दतिया प्रवास के दौरान डा.प्रणब मुखर्जी जी से निकट सानिध्य का सुअवसर मिला। पहले तौलना फिर बोलना... यह उनके गरिमामय व्यक्तित्व की बड़ी खूबी थी। उनके निधन से देश में राजनीति के एक युग का अवसान हुआ है।


एक बेमिसाल शख्सियत डॉ.प्रणब मुखर्जी

नरोत्तम मिश्रा ने अगले ट्वीट में डॉ.प्रणब मुखर्जी को एक बेमिसाल शख्सियत बताते हुए उनके द्वारा वित्तमंत्री रहते हुए लिये गए निर्णायक निर्णयों का जिक्र किया। साथ ही, नरोत्तम ने प्रणब दा को शत-शत नमन और विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए एक वीडियो भी जारी किया।


सीएम शिवराज ने कहा- आज मां भारती ने अपने एक गुणी और राष्ट्र के लिए समर्पित पुत्र को खो दिया

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी एक के बाद एक कई ट्वीट्स के जरिये प्रणब मुखर्जी के व्यक्तित्व के बारे में बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सीएम ने लिखा कि, 'भारत के पूर्व राष्ट्रपति मा. श्री प्रणब मुखर्जी के निधन के समाचार को सुनकर अत्यंत दु:ख हुआ। आज मां भारती ने अपने एक गुणी और राष्ट्र के लिए समर्पित पुत्र को खो दिया। ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह गहन दु:ख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति!'


देश के लिए समर्पित ऐसे दृढ़ इच्छाशक्ति वाले अद्वितीय नेता सदियों में जन्म लेते हैं

एक अन्य ट्वीट के जरिये सीएम ने कहा कि, 'वे राजनीति के वे अजातशत्रु थे। देश के लिए समर्पित ऐसे दृढ़ इच्छाशक्ति वाले अद्वितीय नेता सदियों में जन्म लेते हैं। माननीय प्रणब मुखर्जी के निधन से उत्पन्न विशाल शून्य को कभी भरा न जा सकेगा। चरणों में विन्रम श्रद्धांजलि!' प्रणब दा से जुड़ी खास बातों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि, 'श्रद्धेय प्रणब दा ने केंद्रीय वित्तमंत्री रहते हुए मध्यप्रदेश के विकास में योगदान देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वे अन्य दलों के नेताओं से भी आत्मीय संबंध रखते थे। उनका जाना हम सभी के लिए और देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है। भारत उनके देशप्रेम और जनसेवा को सदैव याद रखेगा।'



कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- देश के सर्वाधिक सफल राष्ट्रपतियों में से एक प्रणब मुखर्जी

भाजपा महासचिव और दिग्गज नेता केलाश विजयवर्गीय ने अपने ट्वीट में लिखा कि, 'देश के सर्वाधिक सफल राष्ट्रपतियों में से एक श्री प्रणब मुखर्जी जी का निधन बेहद दु:खद है। वे लम्बे समय से दिल्ली स्थित सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भर्ती थे। उनके निधन पर मेरी आत्मीय श्रद्धांजलि!'



ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- भारतीय राजनीति का एक ऐसा शून्य जो कभी भरा नहीं जा सकता

मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'पूर्व राष्टपति प्रणव मुखर्जी के निधन से स्तब्ध और दुःखी हूं, भारतीय राजनीति का एक ऐसा शून्य जो कभी भरा नहीं जा सकता। एक ऐसा दिग्गज जो एक बेजोड़ विरासत को पीछे छोड़ गया है। उनके परिवार के प्रति मेरी ईमानदारी से संवेदना है।'

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-कांग्रेस नेताओं ने कहीं ये बातें

कमलनाथ ने कहा- कुशल राजनीतिज्ञ, सरल व्यक्तित्व के धनी होकर दूरदृष्टि इरादों वाले व्यक्ति थे प्रणव मुखर्जी

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'देश के पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी के निधन की बेहद दुखद ख़बर प्राप्त हुई। श्री मुखर्जी के साथ लंबे समय तक कार्य करने का अवसर मिला। एक कुशल राजनीतिज्ञ, सरल व्यक्तित्व के धनी होकर दूरदृष्टि इरादों वाले व्यक्ति थे। उनका निधन मेरे लिये व्यक्तिगत क्षति के समान है।' कमलनाथ ने शोकाकुल परिवार के प्रति शोक संवेदनाएं, व्यक्त कीं। साथ ही कहा कि, 'ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणो में स्थान व पीछे परिजनो को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करे।'


दिग्विजय ने कहा- भारत के इतिहास में उनका नाम सदैव रहेगा

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, 'प्रणब दा नहीं रहे। अस्पताल में भर्ती होने के एक सप्ताह पूर्व मुझे उनसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। वे प्रसन्नचित थे और लगभग एक घंटे तक चर्चा करते रहे। उनकी स्मरण शक्ति अद्वितीय थी। वर्षों पुरानी घटनाओं को वे याद रखते थे। 50 वर्षों से अधिक उनका उल्लेखनीय संसदीय अनुभव था। वे प्रतिदिन अपनी डायरी लिखते थे और अपने जीवन के संस्मरण उन्होंने अपनी जीवनी में लिखे थे जिसका आख़री संस्करण वे लिख रहे थे। भारत के इतिहास में उनका नाम सदैव रहेगा। उन्हें सादर नमन व श्रद्धांजलि। परिवार जनों को संवेदनाएँ। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।'