मध्यप्रदेश में शनिवार को कांग्रेस को एक बार फिर बड़ा धक्का लगा है। कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी करीब 15 दिग्गज नेता भाजपा में शामिल हो गए। धार के पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, इंदौर के विधायक रहे संजय शुक्ला, विशाल पटेल और अतुल शर्मा शामिल हैं। लोकसभा चुनाव 2024 (lok sabha election 2024) से पहले हुए इस घटनाक्रम को काफी अहम माना जा रहा है। इस कार्यक्रम में मौजूद भाजपा नेता भगवानदास सबनानी ने कहा कि छिंदवाड़ा से भी कोई अच्छी खबर आ सकती है। उन्होंने इशारा किया कि छिंदवाड़ा से भी कुछ कांग्रेस नेता भाजपा में शामिल हो सकते हैं।
सदस्यता दिलाते समय एमपी के मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव (mp cm dr mohan yadav) ने कहा कि यह सब लोग अच्छे लोग थे, जिनका सम्मान कांग्रेस में नहीं हो रहा था। कांग्रेस लगातार अपनी यात्रा के दौरान भी अपने स्थापित नेताओं की उपेक्षा कर रही है। यादव ने कहा कि इस लोकतंत्र में सबको साथ लेकर चलने की हमारी परंपरा है। राहुल गांधी आगे-आगे जा रहे हैं और पीछे-पीछे कांग्रेस साफ होती जा रही है। राहुल गांधीजी से निवेदन करूंगा कि वे और यात्रा निकालें तो हम उनका स्वागत करेंगे।
भाजपा कार्यालय में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा (mp BJP president vd sharma) ने कहा कि सुरेश पचौरीजी मध्यप्रदेश राजनीति के संत हैं। ऐसे व्यक्ति जिनका कांग्रेस में स्थान नहीं हैं, तो उन्हें लगा कि आज के परिप्रेक्ष्य में पीएम मोदी जी के नेतृत्व में मुझे काम करने की जरूरत है तो वे आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। और भी लोग हैं जो भाजपा में आ रहे हैं।
सुरेश पचौरी चार बार के राज्यसभा सांसद रहे हैं। सुरेश पचौरी ने 1972 में एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपना करियर शुरू किया था और 1984 में युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बने। इसके बाद 1984 में ही राज्यसभा के लिए चुने गए। पचौरी 1990, 1996 और 2002 में फिर से चुने गए। केंद्रीय राज्य मंत्री के रूप में सुरेश पचौरी ने रक्षा, कार्मिक, सार्वजनिक शिकायत और पेंशन, संसदीय मामले और पार्टी जमीनी स्तर के संगठन कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष भी रहे।
पचौरी ने अपने राजनीतिक करियर में दो बार ही चुनाव लड़ा और वे हार गए। पहली बार 1999 में भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा की उमा भारती के खिलाफ लड़ा था। वे 1.6 लाख वोटों के अंतर से हार गए थे। इसके बाद उन्होंने 2013 में भी विधानसभा का चुनाव भोजपुर विधानसभा सीट से लड़ा था। इसमें वे सुरेंद्र पटवा से हार गए थे। पचौरी हाल ही में मध्यप्रदेश से गुजरी राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा में भी शामिल हुए थे।
इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि कांग्रेस आजादी का आंदोलन है। लेकिन, पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सत्ता के स्वार्थ के कारण कांग्रेस को भंग नहीं होने दिया और उसका राजनीतिक लाभ उठाया। राहुल गांधी जी ने महात्मा गांधी की इच्छा को पूरी करके ही चैन की सांस लेंगे। कांग्रेस के नेता दिशा हीन हो रहे हैं नेतृत्व के कारण। यह यात्रा निकाल रहे हैं, यह बंटाढार करने के लिए निकले हैं। शिवराज सिंह ने कहा कि पचौरीजी दो दो प्रधानमंत्री के साथ मंत्री रहे, लेकिन उनके जीवन में कभी भी दामन में दाग नहीं लगा। जब कांग्रेस के नेता सुरेश पचौरीजी जैसे नेता का सम्मान नहीं कर पाए तो कांग्रेस बचेगी कैसे। वो तो खत्म हो जाएगी। मैं पचौरी जी सहित सभी नेताओं का स्वागत करता हूं।
इंदौर से कांग्रेस के विधायक रह चुके संजय शुक्ला ने भी भाजपा का दामन थाम लिया। संजय शुक्ला इंदौर से हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं और उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। संजय शुक्ला के पिता भाजपा के दिग्गज नेताओं में शामिल थे और बाहुबली नेता थे। संजय शुक्ला ने भाजपा कार्यालय में कहा कि वे अपने परिवार में वापस आ गए। शुक्ला ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनवाया, जिसमें कांग्रेस ने न्योता ठुकरा दिया और हम भी वहां नहीं जा पाए। इससे आहत होकर हम कांग्रेस छोड़ रहे हैं और भाजपा ज्वाइन कर रहे हैं।
भाजपा कार्यालय में भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने आए कांग्रेस नेता अतुल शर्मा भी कांग्रेस से बेहद नाराज हैं। अतुल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस एक मध्य मार्गी पार्टी है। तुष्टिकरण करके इसने जातियों में बांटकर हमारे समाज की की बुरी स्थिति कर दी है। उससे हम आहत हैं। इसलिए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। गौरतलब है कि अतुल शर्मा प्रदेश कांग्रेस में कई बड़े पदों पर रह चुके हैं और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।