
government colleges sarthak app attendance rule changed (फोटो- सोशल मीडिया)
Sarthak App attendance rule changed: मध्य प्रदेश के सरकारी कॉलेजों में अब उपस्थिति दर्ज करने का तरीका पूरी तरह बदलने जा रहा है। उच्च शिक्षा विभाग ने सार्थक एप (Sarthak App) को और मजबूत बनाकर हाजिरी सिस्टम को नई पारदर्शिता और जवाबदेही से जोड़ दिया है। आयुक्त प्रबल सिपाहा द्वारा जारी आदेश के अनुसार अब प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर, लाइब्रेरियन, गेस्ट फैकल्टी और जनभागीदारी से जुड़े विद्वान केवल अपने कार्यस्थल से ही उपस्थिति दर्ज करेंगे। (MP News)
आदेश के अनुसार, भोपाल सहित अन्य संभाग के एडी (क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक) और कॉलेज प्राचार्य अपनी फर्स्ट लोकेशन स्वयं मार्क करेंगे। यही स्थायी लोकेशन होगी, जहां से कॉलेज और एडी कार्यालय के सभी अधिकारी और कर्मचारी हाजिरी लगाएंगे। इस प्रक्रिया का पूरा दायित्व अब एडी और प्राचार्य पर रहेगा। यदि इसमें कोई त्रुटि या लापरवाही पाई जाती है तो सीधे उन्हीं पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। अधिकारियों का मानना है कि इससे न केवल सिस्टम मजबूत होगा, बल्कि संस्थानों में जिम्मेदारी की भावना भी और गहरी होगी। (MP News)
प्राचार्य कॉलेज की आइडी से लॉगिन कर उपस्थिति का पूरा डेटा देख सकते हैं और यह रिपोर्ट सीधे वाट्सऐप के माध्यम से जिला कलेक्टर और संभागीय आयुक्त तक पहुंचाई जाएगी। खास बात यह है कि केवल आने का समय मान्य नहीं होगा, बल्कि आने और जाने दोनों समय दर्ज करना अनिवार्य होगा। (MP News)
शासन का उद्देश्य प्रोफेसर व शिक्षकों की उपस्थिति वेरीफाई करना नहीं बल्कि परेशान करना है। अधिकांश कॉलेज कैंपस 20 से 25 एकड़ में बने हैं। एग्जाम, प्रैक्टिकल आदि के समय सीधे कक्षाओं में जाना होता है। कई बार एक स्थान पर नेटवर्क नहीं आता तो आसपास जाना होता। यदि सभी लोग एक ही स्थान से एप पर हाजिरी दर्ज करेंगे तो समय भी बर्बाद होगा। - प्रो. आनंद शर्मा, अध्यक्ष, प्रांतीय शासकीय महाविद्यालयीन प्राध्यापक संघ
ये होंगे बदलाव
ये उठाएंगे जिम्मेदारी
सिस्टम की खासियतें
Updated on:
31 Aug 2025 11:00 am
Published on:
31 Aug 2025 10:28 am
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