
mosquito
भोपाल। मध्य प्रदेश में बीते एक महीने से बारिश का दौर चालू है। ये बात तो हर कोई जानता है कि बारिश का मौसम और बीमारियां, ये आम बात है। ऐसे में घर के आसपास मच्छर और कई प्रकार के कीड़े ना चाहते हुए भी पनप जाते हैं और बीमारियां छोड़ जाते हैं। ऐसे में हम आपको एक ऐसे पौधे के बारे में बता रहे हैं जिसका नाम भले ही अजीब है लेकिन इसकी गंध से मच्छर और जहरीले कीड़े आपसे दूर रहेंगे। तुलसी की प्रजाति के इस पौधे को 'मरुआ' नाम से जाना जाता है। आम बोलचाल की भाषा में इसे 'मरुआ दोना' भी कहते हैं।
इसकी पत्तियां कुछ बड़ी, नुकीली, मोटी, नरम और चिकनी होती हैं जिनमें से काफी तेज महक आती है। इसकी फुनगी पर कार्तिक अगहन में तुलसी के भांति मंजरी निकलती है जिसमें छोटे-छोटे सफेद फूल लगते हैं। मरुआ दो प्रकार का होता है, काला और सफेद। काले मरुए का प्रयोग औषधि रूप में नहीं होता है और केवल फूल आदि के साथ देवताओं पर चढ़ाने के काम आता है। सफेद मरुआ औषधियों में काम आता है।
इसे चरपरा, कड़ुआ, रूखा और रुचिकर तथा तीखा, गरम, हलका, पित्तवर्धक, कफ और वात का नाशक, विष, कृमि और कृष्ठ रोग नाशक माना गया है। ये जहां भी लगा होता है आस-पास के लोगों को डेंगू और मलेरिया होने का खतरा नही रहता इसकी खुशबू से इन बीमारियों के मच्छर भाग जाते हैं। साथ ही घर में रखने पर छिपकलियों का वास भी नहीं होता है। बारिश के दिनों में ये विशेष उपयोगी होता है। जितनी तीव्र इसकी महक होती है। उतनी ही दूर तक मच्छरों और जहरीले कीड़ों का बसेरा नही रहता। इससे कई तरह की औषधिय दवाईयां बनायी जाती हैं।
इन 3 उपायों को करने से भी नहीं काटते मच्छर
- नारियल तेल में लौंग का तेल मिलाकर त्वचा पर लगाने से मच्छर पास नहीं आते।
- बरसात के मौसम में घर के चारों तरफ गेंदे के फूल लगाने से मच्छर फुर्र हो जाएंगे।
- सोते समय लहसुन की कच्ची काली चबाने से मच्छर नहीं काटते। इसके साथ ही लहसुन शरीर के रक्त संचार को भी बढ़िया करता है।
Published on:
22 Sept 2019 03:49 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
