
IPS Vijay Raman's wife Veena Raman told the story of Malkhan Singh
एमपी के चंबल का इलाका तब डाकुओं के लिए जाना जाता था। 80 के दशक में यहां मलखानसिंह की तूती बोलती थी। उसपर 90 से अधिक हत्याएं और सैकड़ों अपहरण के केस थे। चंबल के सबसे खूंखार डकैतों में से एक, मलखान सिंह ने प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अफसर को धमकी भरी चिट्ठी भेजी, 'मैं तुम्हारे बेटे को उठा ले जाऊंगा!' इससे उनकी पत्नी चिंतित हो उठीं, लेकिन आइपीएस अफसर जरा विचलित नहीं हुए। उन्होंने पत्नी से दृढ़तापूर्वक कहा, 'वह हमारे बेटे का कुछ नहीं कर सकेगा, तुम चिंता मत करो।' दबंग पुलिस अफसर विजय रमन की रणनीति और दबाव से बाद में उसे आत्मसमर्पण करना ही पड़ा। भोपाल आईं आइपीएस की पत्नी वीना रमन ने यह किस्सा साझा किया। उन्होंने 'डिड आइ रियली डू दिस ' क्या मैंने सच में ये सब किया आत्मकथा को पूरा कर प्रकाशित कराया है।
आइपीएस विजय रमन की पत्नी वीना रमन ने बताया कि मलखान सिंह की शर्त थी, 'मैं रमन के सामने सरेंडर नहीं करूंगा।' यह दर्शाता है कि कुख्यात अपराधी भी उनके नाम से कांपते थे। हालांकि, सरेंडर करने के कुछ वर्षों बाद मलखान दिल्ली में विजय रमन से मिलने गए और उनके साथ तस्वीर भी खिंचवाई।
प्रधानमंत्री की सुरक्षा (एसपीजी) का जिम्मा
आइपीएस विजय रमन की 2023 में कैंसर से मौत हो गई थी। उन्होंने चार प्रधानमंत्रियों (राजीव गांधी, वीपी सिंह, चंद्रशेखर और पीवी नरसिम्हा राव) की सुरक्षा संभाली थी।
ऐसे थे विजय रमन
● 1978 आइपीएस में चयन
● चंबल पोस्टिंग (1980 का दशक)
● मलखान सिंह, रामसिया गुर्जर समेत कई डकैतों को सरेंडर के लिए मजबूर किया
● पान सिंह तोमर के खिलाफ 14 घंटे तक चले ऑपरेशन में उसे मार गिराया
● 1983 में फूलन देवी के आत्मसमर्पण में अहम भूमिका निभाई
विजय रमन का आतंकवाद विरोधी अभियान
● संसद हमले के मास्टरमाइंड गाजी बाबा को मार गिराया।
● सम्मान: राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक से सम्मानित।
● निधन : सितंबर, 2023 में कैंसर से पुणे में
Updated on:
31 Jan 2025 03:59 pm
Published on:
31 Jan 2025 03:35 pm
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