
भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने भी शनिवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई दौरा किया। उन्होंने ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में आई भीषण बाढ़ का जायजा लिया। कमलनाथ के साथ ही पूर्व मंत्री गोविंद सिंह भी थे।
कमलनाथ ने दतिया ज़िले के बाढ़ प्रभावित इलाकों का भी मुआयना किया। कमलनाथ का कहना है कि सरकार सरकार जो तस्वीरें दिखा रही है, हालात उससे कई गुना ज़्यादा ख़राब हैं। दतिया ज़िले में बाढ़ में बह गए पुल का भी मुआयना कर कमलनाथ ने कहा कि प्राकृतिक आपदा के साथ-साथ शिवराज की देन भ्रष्टाचार जनित आपदा भी प्रदेश की जनता को निगल रही है।
सरकार पर उठाए कई सवाल
शनिवार को शिवपुरी पहुंचे कमलनाथ ने हवाई पट्टी पर मीडिया से चर्चा करते हुए राज्य सरकार पर कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह घोषणा कर रहे हैं, लेकिन पीड़ित को राहत कब मिलेगी, यह सरकार बताए। उन्होंने पूछा कि जिस ठेकेदार ने घटिया पुल और सड़कें बनाईं, जो बारिश में टूटकर बिखर गए, उनके खिलाफ क्या कार्यवाही होगी। जो सड़कें बर्बाद हुई हैं, उनकी मरम्मत कब होगी। क्या वो कॉन्ट्रेक्टर ब्लैकलिस्टेड किए जाएंगे।
बांध अचानक खोलने की स्थिति गड़बड़ाई
उन्होंने कहा कि मौसम विभाग दो दिन पहले अलर्ट जारी कर देता है, तो फिर प्रशासन के अधिकारी आपदा के आने का इंतजार क्यों करते रहे?, बांध अचानक खोल दिए गए। इस कारण आफत आई। डैम के पूरे गेट ऐनवक्त पर खोलने से पानी के फ्लड ने जिले के सैकड़ों गांव में तबाही कर दी, किसानों की फसल बर्बाद हो गई, इन हालातों के लिए जिम्मेदारों पर क्या और कब तक कार्यवाही होगी।
कितनों को मिला मुआवजा
कितनों को मुआवजा मिला। राहत शिविरों में लोग रह रहे हैं, इसके बाद वे कहां जाएंगे। वे कब वापस घर आएंगे। यह बुनियादी प्रश्न है। मेरे नहीं यह आमजनता का प्रश्न है। शिवराजजी आपकी बात तो सुन ली, आ समय बता दीजिए, कब तक राहत मिलेगी। यह आश्वासन ग्वालियर-चंबल की जनता को दीजिए।
शिवराज ने ली बाढ़ प्रभावित इलाकों की ली जानकारी
ग्वालियर-चंबल संभाग के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुना, अशोकनगर और विदिशा में भी बाढ़ प्रभावित इलाकों के दौरे पर हैं। गुरुवार को उन्होंने एयरफोर्स और आर्मी के रेस्क्यू आपरेशन की जानकारी ली। इन जिलों में भी बाढ़ से जनजीवन प्रभावित हुआ है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें भी रात से ही गांव में फंसे हुए लोगों को निकालने का काम कर रही हैं।
कहां क्या स्थिति
अशोकनगर के बर्री और सिरसोरा गांव में बाढ़ में फंसे 15-15 लोगों को आज सुबह हेलीकॉप्टर के द्वारा रेस्क्यू कर लिया गया है। अशोकनगर के घाट वासुनिया गांव के 6 लोगो को सुबह रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया गया है। सोंधा गांव, गुना में फंसे हुए लोग सुरक्षित हैं, यहां जलस्तर कम हुआ है। एनडीआरएफ की टीम गांव में पहुंच गई है, ग्वालियर से हेलीकॉप्टर भी सोंधा गांव रेस्क्यू करने के लिए पहुंचा हुआ है।
विदिशा के रीनिया गांव से भी 6 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है जो कल रात से तेज बारिश और बाढ़ के पानी के कारण पेड़ पर फंसे हुए थे। कल रात से बारिश कम होने के कारण अशोकनगर, गुना, विदिशा में पानी का स्तर नीचे जा रहा है। सेना, वायुसेना, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, मध्यप्रदेश पुलिस और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों से लोगों को निकालने का काम कर रही है।
Updated on:
07 Aug 2021 02:22 pm
Published on:
07 Aug 2021 01:50 pm
बड़ी खबरें
View Allभोपाल
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
