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मंत्री ने चलाई भोपाल का नाम बदलने की मुहिम, बोले- गुलामी के हर प्रतीक को बदलेंगे

उमा भारती, प्रज्ञा ठाकुर, प्रभात झा और रामेश्वर शर्मा भी कर चुके हैं कई स्थानों के नाम बदलने की मांग...।

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भोपाल

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Manish Geete

Feb 04, 2022

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भोपाल। मध्यप्रदेश में हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति स्टेशन करने के बाद होशंगाबाद, बाबई और टीकमगढ़ के शिवपुरी का नाम बदलने को केंद्र की अंतिम मोहर लग गई। अब मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का नाम भोजपाल करने की मांग चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने उठाई है। वहीं हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा ने भी ओबेदुल्लागंज का नाम रामगंज करने की मांग उठाई है। इधर, कांग्रेस का आरोप है कि वोट बैंक की राजनीति के लिए नाम बदले जा रहे हैं। जो समस्याएं, गड़बड़ियां हो रही हैं, उनसे ध्यान भटकाया जा रहा है।

मध्यप्रदेश में शहरों के नाम बदलने पर सियासत गर्मा गई है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भोपाल का नाम भोजपाल करने की मांग की है। सारंग ने कहा है कि वे इस संबंध में पत्र लिखेंगे। शुक्रवार को टीकमगढ़ के दौरे पर पहुंचे विश्वास सारंग ने यह मांग उठाई है। मंत्री सारंग ने कहा कि हम गुलामी के हर प्रतीक को बदलेंगे। गौरतलब है कि सारंग टीकमगढ़ जिले के प्रभारी मंत्री हैं।

शुक्रवार को सारंग जिले में बूथ विस्तारक अभियान में भाग लेने पहुंचे। यहां मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने की मुहिम मैंने शुरू की थी। नाम बदलने को लेकर मैंने सरकार से मांग की है। मैं फिर चाहता हूं कि भोपाल का नाम भोजपाल किया जाए। भोजपाल नाम करने के लिए मैं पत्र भी लिखने जा रहा हूं। सारंग ने कहा कि टीकमगढ़ जिले का शिवपुरी अब कुंडेश्वर धाम के नाम से जाना जाएगा। बाबा कुंडेश्वर की कृपा और उनकी अनुकंपा इस जिले समेत पूरे मध्य प्रदेश में है।

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बदल देंगे गुलामी के हर प्रतीक

सारंग ने कहा कि उन शहरों और गांवों के नाम जो हमें गुलामी की याद दिलाते हैं, उनके नाम बदले जाना चाहिए। नर्मदा मैया पूरे प्रदेश की जीवनदायिनी हैं। नर्मदा किनारे बसे होशंगाबाद को अब नर्मदापुरम कहा जाएगा। कांग्रेस के नेता कहते हैं यह हमारा भगवा एजेंडा है। यदि वह इसे भगवा एजेंडा मानते हैं तो भी हमें कोई दिक्कत नहीं।

इससे गुलामी की भावना समाप्त होगी

सारंग ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि बाबई को भी अब माखन नगर कहा जाएगा। यह देश भक्तों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने की हमारी मुहिम है। मैं इसके लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद व्यक्त करता हूं।

इससे पहले भी उठी मांग

इससे पहले भी मध्यप्रदेश में नाम परिवर्तन की मांग उठ चुकी है। भोपाल जिले में स्थित इस्लाम नगर का नाम जगदीश नगर करने और ईदगाह हिल्स का नाम गुरुनानक टेकरी करने की मांग भी उठ चुकी है। इसके अलावा इंदौर का नाम देवी अहिल्या बाई के नाम पर करने की बात अक्सर उठती रही है। नाम बदलने की मांग अक्सर ही भोपाल सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर और हुजुर विधायक अक्सर ही उठाते रहते हैं।

इससे पहले मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी हलाली डैम का नाम बदलने की मांग कर चुकी है। उन्होंने कहा था कि हलाली डैम राजा मोहम्मद खां की याद दिलाता है। उससे अपने मित्र राजायों को धोखे से बुलाकर कत्ल किया और उनके खून से इस नदी को लाल कर दिया था। इससे पहले प्रोटेम स्पीकर ईदगाह हिल्स का नाम गुरुनानक टेकरी और पूर्ज राज्यसभा सांसद प्रभात झा हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने की मांग कर चुके थे।

कांग्रेस ने बोला हमला

इधर, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने शहरों के नाम बदलने को लेकर भाजपा पर हमला बोला है। उन्होंने हुजुर विधायक रामेश्वर शर्मा के बयान पर कहा कि भाजपा लोगों को गुमराह कर रही है। प्रदेश में गाये मर रही हैं, रामेश्वर शर्मा के ही क्षेत्र में जमीनों पर कब्जे हो रहे हैं। भाजपा सिर्फ नाम बदलने की राजनीति कर रही है।