वंशवाद और परिवारवाद से दूर है भाजपा
इससे एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने बयान में कहा था कि वंशवाद और परिवारवाद कांग्रेस का पोषक है, भाजपा का नहीं। भाजपा वंशवाद और परिवारवाद से दूर रहकर टिकट का फैसला करती है। भाजपा ही एकमात्र ऐसी पार्टी है, जहां न कोई अलग नाम जाते हैं और न कोई गुटबाजी है। हमारा दल कार्यकर्ता आधारित है। इससे पहले बुधवार को भी भाजपा प्रत्याशियों की घोषणा नहीं कर सकी। हालांकि गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने संकेत दिए थे कि नवरात्रि के पहले दिन भाजपा अपने उम्मीदवारों की घोषणा हो सकती है। उन्होंने मीडिया से कहा था कि अभी पितृपक्ष चल रहे हैं, जल्द ही शुभ मुहूर्त में घोषणा कर दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक नवरात्रि में नामांकन भरने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
शिवराज बोले- वंशवाद-परिवारवाद की पोषक कांग्रेस है, भाजपा नहीं
खंडवा लोकसभा सीट
खंडवा लोकसभा सीट पर इससे पहले नंदकुमार सिंह चौहान भाजपा के सांसद थे। उनका कोरोना से निधन हो गया था।
रैगांव विधानसभा सीट (एससी)
सतना जिले की रैगांव विधानसभा सीट से पहले भाजपा के जुगल किशोर बागरी विधायक थे। 10 मई को उनका कोरोना से निधन हो गया था, तभी से यह सीट खाली थी।
जोबट विधानसभा सीट (एसटी)
अलीराजपुर जिले की जोबट (एसटी) सीट से कलावती भूरिया कांग्रेस की विधायक थी। 24 अप्रैल को उनका कोरोना से निधन हो गया था। यह सीट आदिवासी बहुल क्षेत्र की है। इसलिए कांग्रेस इस सीट के जरिए अगले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर काम कर रही है। कलावती भूरिया पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं झाबुआ से विधायक कांतिलाल भूरिया की भतीजी थीं।
पृथ्वीपुर विधानसभा सीट
निवाड़ी जिले की पृथ्वीपुर विधानसभा से कांग्रेस विधायक रहे ब्रजेंद्र सिंह राठौर का भी कोरोना से निधन हो गया था। कांग्रेस ने यहां से उन्हीं के बेटे को चुनाव मैदान में उतारा है।
30 को मतदान, 2 नवंबर को परिणाम
प्रदेश की चारों सीटों पर मतदान 30 अक्टूबर को होगा और 2 नवंबर को रिजल्ट घोषित हो जाएंगे।
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