
MP Politics: एमपी में कांग्रेस की किसान न्याय यात्रा पर पलटवार करते हुए वीडी शर्मा ने कहा है कि कांग्रेस छल- कपट की राजनीति करती है। किसानों के साथ वादा-खिलाफी करती रही है। उसकी किसान न्याय यात्रा भी झूठ, कपट की राजनीति ही है। वीडी ने कहा, कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की जो सरकार बनी थी, वह भी झूठ बोलकर ही आई थी।
किसानों के साथ वादाखिलाफी की। किसी किसान का कर्ज माफ नहीं किया। दिग्विजय सिंह सरकार ने मुलताई में धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों पर गोलियां चलवा दी थीं। यह वही कांग्रेस है, जिसने कई वर्षों तक एमएसपी के बारे में स्वामीनाथन कमेटी की अनुशंसाओं को लागू नहीं किया।
भाजपा के सदस्यता अभियान को लेकर अब तक 50 लाख नए सदस्य जोड़ने का दावा किया गया है। संगठन पर्व के तहत महिलाओं को पार्टी की सदस्यता दिलाने पहुंचे वीडी शर्मा ने कहा कि 57 लाख मिस्ड कॉल आ चुके हैं। प्रदेश में इतिहास बनाने के लिए 1.5 करोड़ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य है।
सोयाबीन का समर्थन मूल्य 6 हजार रुपए करने सहित गेहूं, धान का समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार को प्रदेशभर में प्रदर्शन किया। किसान न्याय यात्रा के बहाने शक्ति प्रदर्शन में ट्रैक्टर रैलियां निकाली गईं।
इंदौर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी एवं राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह, भोपाल में अजय सिंह ने, पूर्व सीएम कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने आलीराजपुर में, सचिन यादव ने ग्वालियर में मैदान संभाला। उधर, उज्जैन में महिदपुर विधायक दिनेश जैन बोस चलते ट्रैक्टर से गश खाकर गिर गए। निजी अस्पताल में करीब पांच घंटे ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद डिस्चार्ज किया गया।
हजारों ट्रैक्टरों को शहर की सीमा में घुसने से रोककर प्रदेश की अत्याचारी भाजपा सरकार ने तानाशाही चेहरा उजागर किया है। दिग्विजय सिंह ने कहा, जब तक किसानों को फसलों का उचित समर्थन मूल्य नहीं मिलता, संघर्ष जारी रहेगा।
आलीराजपुर में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रशासनिक अफसरों को भाजपा का दलाल बताया। चेतावनी भी दी। सिंघार ने पीएम के चित्र को दही खिलाया। कहा, हमारे पीएम के कान में रूई और मुंह में दही जमा है, इसलिए दही खिला रहे हैं।
भोपाल में किसान और कांग्रेसी जैसे ही रातीबड़ से बढ़े पुलिस ने सूरज नगर तिराहे पर रोक लिया। पुलिस ने दो बुलडोजर खड़े कर दिए थे। एडीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान के अनुसार 350 से ज्यादा पुलिस बल तैनात किया गया था। फायर ब्रिगेड की तीन गाडिय़ां लगाई गईं थीं।
टीयर गैस की टीम और वाटर कैनन की व्यवस्था भी की गई थी। किसानों को रोकने के लिए चार लेयर की बैरिकेडिंग और छह लेयर में पुलिस बल जवान तैनात थे। हालांकि किसी भी तरह के बल प्रयोग की जरूरत नहीं पड़ी।
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Published on:
21 Sept 2024 10:02 am
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