MP Vidhan Sabha: मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इस सत्र में डॉ. मोहन यादव सरकार का पहला पूर्ण बजट भी प्रस्तुत होगा। जो तीन जुलाई को रखा जाएगा। इस सत्र में 4 हजार से ज्यादा सवाल पूछे गए हैं। मानसून सत्र के हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं और विपक्ष नर्सिंग घोटाले सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी में हैं। वहीं विपक्ष के हमलों का जवाब देने के लिए सीएम मोहन यादव के नेतृत्व में कैबिनेट मंत्रियों ने पूरी तैयारी कर ली है।
मानसून सत्र के दौरान 3 जुलाई को सीएम डॉ. मोहन यादव सरकार का पहला पूर्ण बजट विधानसभा में प्रस्तुत होगा। उप मुख्यमंत्री वित्त जगदीश देवड़ा इसे प्रस्तुत करेंगे। इसमें तीन लाख 74 हजार करोड़ रुपये से अधिक का वित्तीय प्रावधान होगा। इसमें कृषि, महिला और बच्चों के लिए किए जा रहे प्रावधान अलग से बताए जाएंगे। सरकार ने तय किया है कि पूर्व से संचालित किसी भी योजना का बंद नहीं किया जाएगा। बजट में लाड़ली बहना, लाड़ली लक्ष्मी, गेहूं पर प्रति क्विंटल 125 रुपये का बोनस, पशुपालकों को पांच रुपये प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि, रसोई गैस 450 रुपये में देने अनुदान, किसानों को शून्य प्रतिशत पर कृषि ऋण, छात्रवृत्ति, स्वरोजगार योजनाओं में अनुदान, सिंहस्थ और अधोसंरचना विकास से जुड़े कामों के लिए प्राथमिकता के आधार पर प्रावधान किए जाएंगे।
मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले रविवार को विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने सत्र की तैयारियों का निरीक्षण किया एवं सत्र संचालन हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। आधिकारिक जानकारी के अनुसार एक जुलाई से 19 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में कुल चौदह बैठकें होंगी। सत्र की अधिसूचना जारी होने की दिनांक से अब तक तारांकित प्रश्न 2108 एवं अतरांकित प्रश्न 2179 कुल 4287 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुई हैं, जबकि ध्यानाकर्षण की 163,स्थगन प्रस्ताव की एक, अशासकीय संकल्प की 27 तथा शून्यकाल की 43 सूचनाएं विधानसभा सचिवालय को प्राप्त हुई हैं।
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Updated on:
30 Jun 2024 10:09 pm
Published on:
30 Jun 2024 10:08 pm