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नई शिक्षा नीति : नर्सरी के बच्चों की पढ़ाई में होगा खास बदलाव, अब खेल खेल में बच्चे सीखेंगे अहम बातें

अब खेल खेल में नर्सरी के बच्चे सीखेंगे अहम बातें।

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नई शिक्षा नीति : नर्सरी के बच्चों की पढ़ाई में होगा खास बदलाव, अब खेल खेल में बच्चे सीखेंगे अहम बातें

भोपाल/ भारत सरकार ने नई शिक्षा नीति की घोषणा कर दी है। इसका लाभ मध्य प्रदेश में एडमीशन लेने वाले करी 5 से 6 लाख नरिसरी के छात्रों को भी होगा। इस नई नीति के लागू होते ही देशभर के एजुकेशन सिस्टम में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे। हायर एजुकेशन और स्कूल एजुकेशन के बाद सरकार ने न्यू एजुकेशन पॉलिसी में नर्सरी के स्टूडेंट्स के लिए भी काफी कुछ है।

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ये चीजें होंगी लागू

नई शिक्षा नीति में नर्सरी से दूसरी कक्षा के छात्रों को फिर से पंचतंत्र कहानियां सुनने का मौका मिलेगा। फाउंडेशन वर्ग में बच्चों को दादी, नानी की वो सब किस्से कहानियां और सीख नए ढंग से पाठ्यक्रम में मिलेंगी। इसमें बच्चों को खेल खेल में बुजुर्गों व बड़ों का सम्मान करना, छोटों से प्रेम, पर्यावरण को बचाना, देशभक्ति, धैर्य, क्षमा, करुणा, लैंगिक संवेदनशीलता, स्वतंत्रता आदि के बारे में सिखाया जाएगा। इसके अलावा, तीसरी से आठवीं कक्षा तक इन विषयों को किताबी पाठ्यक्रम विस्तार से समझाया जाएगा। इसमें मानसिक स्वास्थ्य, स्वच्छता, शराब व तंबाकू या मादक पदार्थों का नुकसान, विपरीत प्रभावों की वैज्ञानिक व्याख्या को भी पाठ्यक्रम में शामिल होगा। साथ ही, इसमें भारतीय संविधान के कुछ अंश भी शामिल होंगे, ये पढ़ाई छात्रों के लिए अनिवार्य होगी।

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नर्सरी के बच्चों को पैरेंट्स और टीचर्स मिलकर पढ़ाएंगे

फाउंडेशन वर्ग में नर्सरी, केजी, अपर केजी, पहली और दूसरी कक्षा में बच्चों को सिखाने की जिम्मेदारी सिर्फ शिक्षक की ही नहीं होगी। इसमें अभिभावकों को भी जोड़ा जाएगा। पहली बार अभिभावकों की भी जिम्मेदारी तय होगी। इस आयु वर्ग के बच्चों के लिए किताबी पाठ्यक्रम की बजाय खेल खेल में सीखाने पर फोकस होगा। एनसीईआरटी प्री-स्कूल के लिए फाउंडेशन वर्ग का विशेष पाठ्यक्रम जब बनाएगा तो उसमें अभिभावकों के सुझावों को भी शामिल किया जाएगा।