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GST Slab बदलते ही बढ़ी कारोबारियों की टेंशन, MRP को लेकर उलझन

New GST slabs: देश में 22 सितंबर से लागू होने वाले नए जीएसटी स्लैब ने व्यापारियों की नींद उड़ा दी है। सबसे बड़ी टेंशन MRP बदलाव और त्योहारी सीजन में माल बेचने की रणनीति को लेकर है। (GST 2.0 India)

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भोपाल

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Akash Dewani

Sep 05, 2025

New GST slabs: जीएसटी के नए स्लैब 22 सितंबर से लागू होंगे। लेकिन मूल्य परिवर्तन को लेकर बाजार में असमंजस की स्थिति है। क्योंकि बाजार में पहुंचे माल की एमआरपी कैसे बदली जाएगी, इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। ऐसे में अगले 18 दिन तक माल की खपत या फिर उसे होल्ड करने को लेकर गुरुवार को व्यापारियों में दिनभर चर्चा होती रही। अब अधिकांश व्यापारी साफ्टवेयर या एप के जरिए बिलिंग करते हैं। वस्तुओं के दाम में परिवर्तन के बाद साफ्टवेयर में संशोधन करना पड़ेगा। त्योहारी सीजन में माल बेचें या होल्ड करें इसे व्यापारी बड़ी चुनौती मान रहे हैं। (GST 2.0 India)

व्यापारियों को होगी परेशानियां

आईसीएआई भोपाल ब्रांच के अध्यक्ष अर्पित राय ने बताया कि जिस वस्तु में एमआरपी प्रिंट है वह माल 22 सितंबर तक नहीं बिका तो परेशानी होगी। गाइडलाइन और एडवायजरी का इंतजार है। वहीँ, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महासचिव अनुपम अग्रवाल ने कहा कि जमा माल 22 तक बिक जाएगा। फिर भी जो माल बचेगा उसे बदले स्लैब में ही बेचना पड़ेगा। इनपुट-आउटपुट में प्लस-माइनस होगा।

व्यापारियों ने कहा-उपभोक्ता को बड़ी राहत

  • कैट के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, सुनील जैन 501 एवं जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र शर्मा ने कहा रोजमर्रा की वस्तुओं में टैक्स दरें कम होने से राहत मिलेगी।
  • फेडरेशन ऑफ राजधानी वस्त्र व्यवसायी संघ के अध्यक्ष श्याम बाबू अग्रवाल ने कहा कि इनवर्टेड ड्यूटी स्ट्रक्चर खत्म होने से राहत मिलेगी।
  • फेडरेशन ऑफ स्वीट्स एंड नमकीन मैन्यूफैक्चरर्स के डायरेक्टर जनरल फिरोज एच नकवी ने इससे खाद्य निर्माण और खुदरा क्षेत्र और विकास होगा।
  • अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री नवनीत अग्रवाल ने कहा अब उपभोक्ता वस्तुएं सस्ती होंगी। ग्राहकों का रुझान बाजार में बढ़ेगा।
  • फेडरेशन ऑफ एमपी टेंट एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष रिकूं भटेजा ने कहा कि टेंट कारोबार पर 18 फीसदी टैक्स में बदलाव नहीं हुआ इससे निराशा है।