इसके पहले कांग्रेस 15 नवम्बर को जबलपुर में आदिवासी सम्मेलन करेगी। इसमें कमलनाथ शामिल होंगे। इसमें प्रदेश भर से आदिवासियों को आमंत्रित किया गया है। इस सम्मेलन के माध्यम से खासकर महाकौशल में आदिवासियों के बीच अपनी पैठ और मजबूत करना है। हालांकि यह वर्ग कांग्रेस के लिए बड़ा वोट बैंक रहा है, लेकिन जिस तरह से भाजपा इस वोट बैंक पर सेंध लगा ही है, इससे कांग्रेस एलर्ट हुई है।
विभिन्न चरणों में होंगे कार्यक्रम –
चुनावी मोड में आई कांग्रेस विभिन्न चरणों में कार्यक्रम करेगी। इसी के तहत 15 नवम्बर को जबलपुर में आदिवासी सम्मेलन हो रहा है। इसके बाद अगले चरण में डिण्डोरी, मण्डला में सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। अगले चरण में अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में कार्यक्रम होंगे। फिर विंध्य और मलवा क्षेत्र में कार्यक्रम किए जाने की तैयारी है। यह सभी कार्यक्रम खासकर आदिवासी वर्ग से जुड़े होंगे। आदिवासी सम्मेलन के बहाने इन्हेंं एक मंच पर लाना है।
चुनावी मोड में आई कांग्रेस विभिन्न चरणों में कार्यक्रम करेगी। इसी के तहत 15 नवम्बर को जबलपुर में आदिवासी सम्मेलन हो रहा है। इसके बाद अगले चरण में डिण्डोरी, मण्डला में सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। अगले चरण में अनूपपुर, शहडोल और उमरिया में कार्यक्रम होंगे। फिर विंध्य और मलवा क्षेत्र में कार्यक्रम किए जाने की तैयारी है। यह सभी कार्यक्रम खासकर आदिवासी वर्ग से जुड़े होंगे। आदिवासी सम्मेलन के बहाने इन्हेंं एक मंच पर लाना है।