
कमला नेहरू अग्निकांड : सांसद बोलीं- 'जलने से एक भी बच्चे की मौत नहीं'
भोपाल. मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी हमीदिया अस्पताल में स्थित कमला नेहरू अस्पताल की तीसरी मंजिल में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी भीषण आग के बाद जहां अबतक विशेष वॉर्ड में भर्ती 7 नवजात बच्चों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के सभी नेता लगातार अस्पताल का निरीक्षण करने पहुंच रहे हैं। एक तरफ तो भाजपा नेता स्थितियों को संभाल लेने के दावे कर रहे हैं, तो वहीं कांग्रेस सरकार और प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगा रही है।
हालांकि, इस क्रम में मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता उमा भारती ने बच्चों की मौत पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाएं हैं, तो वहीं हादसे के अगले दिन निरीक्षण करने पहुंची भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि, हादसे के बाद 40 में से किसी भी बच्चे की जलने से मौत नहीं हुई है। वहीं, उन्होंने सिर्फ 4 बच्चों की मौत का दावा किया, जबकि इससे पहले ही आधिकारिक तौर पर 7 बच्चों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
सांसद बोलीं- जलने से नहीं हुई किसी भी बच्चे की मौत
दरअसल, भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर अग्निकांड के अगले दिन अस्पताल की स्थितियों का जायजा लेने पहुंची थी। इस दौरान पहले तो उन्होंने हादसे की जद में आए बच्चों की सेहत के बारे में जाना। साथ ही, हादसे का कारण और उससे हुए नुकसान के बारे में भी जाना। इसके बाद प्रज्ञा ठाकुर ने मीडिया से चर्चा करते हुए ये दावा किया कि, 'मैने स्वयं ही हर एक चीज का जायजा लिया है। हादसे के दौरान वॉर्ड में 10 चिकित्सक मौजूद थे। लेकिन, जैसे ही उन्हें इसका आभास हुआ, तुरंत ही पहली प्राथमिकता उन्होंने बच्चों को बचाने में दिखाई। सभी 40 बच्चों को सफलता पूर्वक सुरक्षित वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया। इस दौरान किसी भी बच्चे की जलने से मौत नहीं हुई है।'
उन्होंने ये भी कहा कि, 'वैंटिलेटर में ब्लास्ट और धुआं भरने के कारण ये घटना सामने आई है। बच्चे हाई ऑक्सीजन पर थे, जिसके चलते चार बच्चों की दम घुटने की वजह से मौत हुई है।' इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि, घटना में अस्पताल का स्टाफ भी घायल हुआ है, उनका भी इलाज चल रहा है। खास बात ये है कि, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने बच्चों की अदला बदली की बात को स्वीकार किया है। उनका कहना है कि 'बच्चों की अदला बदली हुई है, इसलिए अगर जरूरी होगा तो डीएनए जांच कराई जाएगी और बच्चों के परिजन की पुष्टि करवाई जाएगी। उन्होंने कहा कि, ये बड़ी और दर्दनाक घटना है इसलिए इस पूरे मामले की उच्च स्तर पर जांच होनी चाहिए।'
जलकर मरने वाले बच्चे की तस्वीर आई सामने
भोपाल सांसद और अस्पताल प्रबंधन का दावा है कि, वॉर्ड में झुलसने से किसी भी बच्चे की मौत नहीं हुई है। जबकि, पत्रिका के पास को एक ऐसी तस्वीर भी मिली है, जिसमें मृतक बच्चे के चहरे पर उसका परिचित जले हुए के निशान दिखा रहा है। हालांकि, भोपाल सांसद ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश का हवाला देते हुए स्पष्ट भी किया कि, 'सीएम पहले ही इस संबंध में निर्देश दे चुके हैं। दोषियों के खिलाफ कारर्वाई होनी चाहिए।'
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उमा भारती ने सरकार से पूछे 3 सवाल
इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भी कमला रेहरू अस्पताल की आगजनी मामले पर अपनी ही सरकार पर सवाल उठाए थे। उन्होंने एक के बाद एक ट्वीट कर सरकार से तीन बड़े सवाल किए। हादसे को लेकर उन्होंने पूछा कि fire audit कबसे नहीं हुआ, दूसरा maintenance और monitoring की ज़िम्मेदारी किसकी थी और इसके लिए कब और कितना budget मिला है।
Published on:
09 Nov 2021 07:30 pm
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