
सांकेतिक तस्वीर (फोटो पत्रिका नेटवर्क)
Dog Bite in MP:मध्यप्रदेश में आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रही है। नेशनल हेल्थ मिशन ने राष्ट्रीय रेबीज नियंत्रण कार्यक्रम के तहत भारत सरकार के निर्देश पर सर्वे किया था। मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा कुत्तों के शिकार रतलाम में लोग हुए। इसके अलावा इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन समेत कई शहरों में कुत्तों के आतंक के मामले सर्वे रिपोर्ट में दर्ज हैं। राजधानी भोपाल की बात करें तो यहां इस साल जनवरी से जून तक केवल छह महीनों में 5939 लोगों को कुत्तों ने काटा। 2021 में 5000, 2022 में 6500, 2023 में 8000 और 2024 में 11500 मामले दर्ज हुए थे। जबकि 2025 का आधा साल भी नहीं बीता। और मामले 6000 के पार पहुंच चुके हैं।
जनवरी से जून 2025 के आंकड़ों के अनुसार शहर में बिल्ली- 442, बंदर- 69, चूहा- 81, कीट-कुत्त- 1, गिलहरी- 4, खरगोश- 2, गाय- 1, तेंदुआ- 1 और मानव-2 सहित अन्य हमलों के मामलों ने भी स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बढ़ाया है। वहीं अब इसे लेकर प्रदेश में सियासी जंग शुरू हो गई है। भाजपा-कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस और बीजेपी में तंज का सिलसिला शुरू हो गया है। कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता रवि सक्सेना ने आरोप लगाया कि प्रदेश में बीते 20 सालों से बीजेपी सरकार है। लेकिन, भाजपा की सरकार ने कुत्तों के आतंक को भी अवसर मान नसबंदी और कुत्तों से जुड़े कार्यक्रमों में धांधली को अंजाम दिया। मध्यप्रदेश में कुत्तों की समस्या बेहद गंभीर हो चुकी है। कई मामलों में मासूमों की जान तक जा चुकी है। सरकार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमल करना चाहिए।
उधर, मामले पर बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता मिलन भार्गव ने कहा कि कांग्रेस न तो संविधान मानती है न ही कानून। यह मामला सियासत का नहीं है। पूरे देश में बीजेपी शासित राज्यों में इस गंभीर विषय पर कई स्तर पर काम किया जा रहा है।
आवारा कुत्तों के बढ़ते हमलों की शिकायत मेयर हेल्पलाइन पर रोज शिकायतें पहुंच रही हैं। गौतम नगर, न्यू, मार्केट, श्यामला हिल्स, एमपी नगर, 10 नंबर, नेहरू नगर, मिसरोद, बैरागढ़ जैसे 40 से अधिक इलाकों में आवरा कुत्तों का ज्यादा आतंक है।
वर्ष 2024 की तुलना में 2025 केवल प्रारम्भिक छह महीनों में ही डॉग बाइट की संख्या 2022 और 2023 के पूरे वर्षों के आंकड़ों को पीछे छोड़ चुकी है। नगर निगम तीन एबीसी केंद्रों के माध्यम से हर साल लगभग 20 हजार कुत्तों का नसबंदी और टीकाकरण कराता है, लेकिन 85 वार्ड में यह व्यवस्था पर्याप्त नहीं मानी जा रही है।
● कुत्तों से काटे गए: पुरुष- 4497, महिलाएं- 1,442
● बिल्लियों से काटे गए: पुरुष- 272, महिलाएं- 170
● बंदरों से काटे गए-पुरुष: 41, महिलाएं- 28
● चूहों से काटे गए-पुरुष: 46, महिलाएं- 35
Published on:
23 Aug 2025 08:06 am
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